लुधियाना। बीआर चोपड़ा की ‘महाभारत’ में इंद्रदेव का किरदार निभाने वाले ऐक्टर सतीश कौल की हालत बहुत अच्छी नहीं है। हालांकि, ऐसी खबरें आई थीं कि वह वृद्धाश्रम में हैं। लेकिन खुद सतीश कौल ने बताया है कि वह लुधियाना में एक किराए के घर में रह रहे हैं। आर्थिक तंगी से जूझ रहे ऐक्टर को लॉकडाउन में बहुत परेशानी हो रही है, उन्होंने इंडस्ट्री के दोस्तों से दवा और जरूरी सामान खरीदने के लिए मदद की मांग की है।
पंजाबी और हिंदी में 300 से अधिक फिल्में कर चुके सतीश कौल ने बताया, ‘मैं लुधियाना में किराए के घर में हूं। मैं पहले एक वृद्धाश्रम में रह रहा था, लेकिन अब मैं यहां हूं और नर्स सत्या देवी के साथ हूं। मेरा स्वास्थ्य भी ठीक है। लेकिन पैसों की तंगी है। मैं दवाइयां नहीं खरीद पा रहा हूं। राशन नहीं है। कुछ और जरूरी चीजें खरीदने में भी असमर्थ हूं।’
चाहते हैं कोई छोटा सा भी रोल दे दे
सतीश कौल ने आगे कहा, ‘मैं इंडस्ट्री के दोस्तों से अपील करता हूं कि मेरी मदद करें।’ सतीश कौल साल 2011 में ही मुंबई से पंजाब आ गए थे। हालांकि, पंजाब में उनका प्रोजेक्ट असफल रहा। 2015 में उनके कूल्हे ही हड्डी फ्रैक्चर हो गई थी। वह करीब ढाई साल अस्पताल में बिस्तर पर रहें। सतीश कौल कहते हैं, ‘मेरे अंदर ऐक्टिंग की आग अभी भी है। मैं चाहता हूं कि मुझे केाई काम दे, ताकि मैं अपने लिए पैसे जोड़ सकूं और एक घर खरीदकर चैन से जी सकूं।’
सतीश कौल की दोस्त प्रीती सप्रू ने हमारे सहयोगी ‘ईटाइम्स’ से बातचीत में कहा, ‘सतीश के पास जरूरी सामान खरीदने के लिए भी पैसे नहीं हैं। वह एक नर्स सत्या के साथ हैं, जो वृद्धाश्रम में भी उनका खयाल रख रही थी। तीन साल से वह लुधियाना के मकान में है और मैं उनके साथ लगातार संपर्क में हूं।’
पंजाब सरकार ने दिए थे 5 लाख रुपये
प्रीती बताती हैं कि कुछ समय पहले वह सतीश से मिलने लुधियाना गई थीं। तब प्रीती ने दोस्त की मदद के लिए फंड रेजिंग भी थी। पंजाब सरकार को चिट्ठी लिखी थी, जिसके बाद सरकार की तरफ से सतीश कौल को 5 लाख रुपये की मदद दी गई थी।
सतीश कौल 73 साल के हैं। प्रीती कहती हैं, ‘इस स्थिति के लिए मैं सतीश को ही दोषी मानती हूं। जब उनका करियर ऐक्टिव था और वह अच्छा पैसा कमा रहे थे, तब उन्होंने अपने लिए कोई बचत नहीं की। अब हालत यह है कि वह दूसरों पर आश्रित हैं। हालांकि, उन्हें कुछ टीवी सीरियल्स और पंजाबी फिल्मों में काम मिला था, लेकिन फिर फ्रैक्चर के कारण वह बिस्तर पर चले गए। उन्हें तब सर्जरी करवानी थी। मैंने और मेरी बहन ने उन्हें सर्जरी के लिए पैसे भेजे।
प्रीती ने पांच महीने पहले ही सतीश कौल से मुलाकात की थी। वह मुंबई आए थे। प्रीती बताती हैं, ‘मैंने सतीश और सत्या को लंच पर बुलाया था। मैंने उनसे इंडियन मोशल पिक्चर एसोसिशन को चिट्ठी लिखने के लिए कहा था। एसोसिएशन की तरफ से उन्हें मदद मिल रही है। मैं लोगों से अपील करूंगी कि वह भी आगे आए और ऐक्टर सतीश कौल की मदद करें।’
‘बीवी-बच्चों ने तो पहले ही छोड़ दिया था’
प्रीती ने बताया कि सतीश कौल और उनकी पत्नी-बच्चों की राहें बहुत पहले जुदा हो गई थीं। ऐसा नहीं है कि जब ऐक्टर के बुरे दिन आए, तभी उनक रिश्ता टूटा। प्रीती लॉकडाउन के बाद पंजाब जाएंगी और वृद्धाश्रम वालों से अपील करेंगी कि सतीश की फीस में कटौती करें, ताकि वह वहां लौट सकें। सतीश डायबिटीज के मरीज हैं और उन्हें स्वास्थ्य संबंधी अन्य कई परेशानियां भी हैं।