प्रवासी कामगारों को लाने-ले जाने के लिए राजस्थान में इस सप्ताह चलेंगी 18 ट्रेनें

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जयपुर। राजस्थान से प्रवासी श्रमिकों का जाना और आना लगातार जारी है। यहां 18 मई तक का कार्यक्रम तय हो गया है। इसके तहत देश के विभिन्न स्थानों से 13 ट्रेन आएंगी और पांच ट्रेन जाएंगी। इस बीच राजस्थान में करीब 19 लाख यहां आने और यहां से जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों व सांसदों से कहा है कि अपने क्षेत्र में जिन लोगों का लाना है, उनकी सूची बना कर दें।

राजस्थान देश का पहला राज्य था जहां कोटा और जयपुर से सबसे पहले श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना हुई थी। अब तक प्रदेश से 24 टे्रनों के माध्यम से 25 हजार से ज्यादा लोगों को अपने-अपने गृह स्थान पर भेज दिया गया है। इसी तरह 4 टे्रनों से 4646 यात्री राजस्थान आए हैं। इनमें श्रमिक, छात्र, जायरीन आदि सभी शामिल है।

राजस्थान से सबसे ज्यादा गाडियां बिहार गई है। राजस्थान के अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग सुबोध अग्रवाल ने बताया कि दूसरे राज्यों में फंसे राजस्थान के श्रमिकों, प्रवासियों और अन्य लोगों को लाए जाने और यहां के फसंे दूसरे राज्यो के श्रमिकों को उनके गृहराज्य में भेजने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। अन्य राज्यों से राजस्थान आने वाली ट्रेनों के संचालन की सूचना प्राप्त होते ही कलेक्टर को भारतीय रेलवे से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए हैं।

राजस्थान आने वाले यात्रियों के लिए तेलंगाना से जयपुर, पाली, जोधपुर एवं जालोर, आंधप्रदेश के विशाखापट्टनम से जालोर, विजयवाड़ा से बाड़मेर, नैल्लोर से नागौर, कुरनूल से सिरोही एवं जोधपुर, रांची से जयपुर, महाराष्ट्र के कोल्हापुर से नागौर, सतारा से जयपुर एवं पुणे से राजस्थान के लिए 13 श्रमिक स्पेशल गाडियां संचालित करने की सहमति प्राप्त हो गई है।

वहीं राजस्थान से दूसरे राज्यों में जाने वाली गाडियों का शेडयूल भी तय कियागया है। इसके तहत मंगलवार 12 मई को निवाई से बिहार के कटिहार एवं जयपुर से उत्तर प्रदेश के बलिया के लिए शाम 6 बजे ट्रेन रवाना होंगी। इसी प्रकार 14 मई को जयपुर से गोरखपुर, 16 मई को जयपुर से कानपुर तथा 18 मई को जयपुर से लखनऊ के लिए टे्रन रवाना होंगी। इनके अलावा भी कुछ और गाडियां संचालित होने की सम्भावना है।

अग्रवाल ने बताया कि ट्रेन व अन्य साधनों को मिला कर अब तक करीब 3 लाख 53 हजार प्रवासी एवं श्रमिक अन्य राज्यों से राजस्थान आ चुके हैं, जबकि करीब 1 लाख 9 हजार प्रवासी एवं श्रमिक दूसरे राज्यों में गए हैं। मुख्यमंत्री ने विधायकों और सांसदों से कहा सूची दें-राजस्थान में अब तक 19 लाख लोग यहां आने और यहां से जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके है। इनमें से 12 लाख लोग राजस्थान आना चाहते है।