कोटा। कोरेाना वायरस का संक्रमण चरम पर है। इससे बचाव ही अभी एकमात्र इलाज है। सफाई की आदत इसमें अहम भूमिका निभाती है। सुबह से रात तक पूरी दिनचर्या के दौरान हमें कहां-कहां और कैसे खुद को स्वच्छ रखना है, यह बात बहुत मायने रखती है।
यदि आप किसी ठेले वाले से सब्जी खरीदते हैं तो आपको मुख्य रूप से यह ध्यान रखना है कि उसके व आपके बीच फासला हो। यदि सब्जी वाला घर पर आया है और उसने दरवाजा छू लिया है तो उसे सैनेटाइज करें। सब्जी वाला किस स्थान से होकर आया है, हमें नहीं पता रहता इसलिए बेहतर है उससे सब्जी लेते ही आप उसे गर्म पानी या नमक, सोडायुक्त पानी में धोएं और उसमें रख दें। करीब एक घंटे बाद ही निकालें।
आपके काम की ये बातें, जरूर आजमाइये-
- फल-सब्जियों को गर्म पानी से धोएं
फलों और सब्जियों को तो वैसे भी कभी भी बिना धोए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, लेकिन कोरोना वायरस के खतरे से बचाव के लिए बेहतर है कि इन्हें पहले गर्म पानी में अच्छे से धोएं, उसके बाद इस्तेमाल करें। - कुछ भी छूने के बाद साबुन से हाथ धोएं
इन दिनों आप कुछ भी छूने के बाद हाथ को जरूर धोएं। हालांकि इसके लिए जानकारों द्वारा बहुत सारे उपाय बताए जा रहे हैं, लेकिन साबुन अपने आप में पर्याप्त और प्रभावी चीज है। यहां तक कि बाजार से कोई सब्जी आदि खरीदने के बाद भी हाथ जरूर धोएं ताकि आप सुरक्षित रह सकें। - कोरोना वायरस की चेन न बनने दें
इस बात का पूरा ध्यान रखें कि आप ऐसा कुछ भी नहीं करें जिससे कोरोना वायरस की चेन बने। इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखें। अभी आप किसी भी हालत में घरों से न निकलें और लॉकडाउन का हर हाल में पालन करें। - खरीदारी के समय दस्ताने भी पहनें
बाजार में कोई जरूरी चीज लेने निकलें तो मॉस्क के साथ दस्ताने भी जरूर पहनें। फल और सब्जी की खरीदारी करने भी जाएं तो हाथों में दस्ताने पहन कर जाएं। घर आने पर डिटरर्जेंट पाउडर से धो दें। - नाक-मुंह पर न लगाएं हाथ
आप सीधे नाक और मुंह पर हाथ लगाने से बचें। ध्यान रहे कि वर्तमान में कोरोना वायरस का संक्रमण नाक और मुंह को छूने से ही ज्यादा हो रहा है। - पौष्टिक आहार लें
लॉकडाउन के दौरान आप अपने खान-पान का भी विशेष ध्यान रखें। पौष्टिक आहार खाएं ताकि स्वस्थ बने रहें।
लॉकडाउन का नियम ना तोड़ें
कोरोना वायरस का संक्रमण जिस तरह तेजी से फैल रहा है, उसमें अहतियात ही अभी एकमात्र और सबसे अच्छा उपाय है। इस संबंध में हरियाणा में रोहतक स्थित पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. ओपी कालरा का कहना है कि सोशल डिस्टेंसिंग ही अभी इससे बचाव का रास्ता है। इसके साथ अन्य सावधानियां भी जरूरी हैं। लॉकडाउन व्यवस्था का तो हर हाल में पालन किया जाना चाहिए।
शरीर में पानी की कमी न होने पाए
इससे बचाव के लिए शरीर में पानी की कमी न होने पाए। इसके साथ ही खाली पेट न रहें। सादे पानी के साथ ही दही, नारियल पानी सहित अन्य तरल पदार्थ हर दो से तीन घंटे के अंतराल में लेते रहें। शरीर को बीमारी से बचाना है तो इम्यून सिस्टम (प्रतिरोधक क्षमता) को मजबूत करना होगा। इसके लिए आप को खाने के साथ ही अपनी दिनचर्या में काफी बदलाव लाने की जरूरत है।