अहमदाबाद। सडक पर सरपट दौडती हुई कार 3 मिनट में किसी एयरक्राफ़ट की तरह उडने लगे तो यह किसी सपने से कम नहीं है। अगले 15 महीने में यह सपना गुजरात में साकार होता नजर आ रहा है। उडती कार निर्माता कंपनी पाल वी ने गुजरात के साथ इसके निर्माण का एक करार किया है। देश व दुनिया की बडी कार निर्माता कंपनियों के बाद अब नीदरलैंड की पाल वी कंपनी गुजरात में फ्लाइंग कार का निर्माण करेगी।
मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के साथ कंपनी के उपाध्यक्ष कार्लो मासबोमिले ने इसका करार किया। गुजरात के अच्छे इन्फ्रास्ट्रक्चर, कम लागत में उत्पादन, सस्ते श्रमिक तथा निर्यात की बेहतर सुविधाओं के साथ ईजी टू डूइंग बिजनेस की खासियत को देखते हुए उडती कार बनाने वाली कंपनी पाल वी ने गुजरात में कार उत्पादन करने को प्राथमिकता दी। कंपनी वर्ष 2021 के मध्य में कार का उत्पादन शुरु कर देगी कंपनी को अमरीका व यूरोप से अब तक 110 कार का ऑर्डर मिल भी चुका है।
पाल वी के इंटरनेशनल बिजनेस वाइस प्रेसिडेंट कार्लो मासबोमिले ने बताया कि उडती कार तीन मिनट में दौडते हुए उड़ती कार में तब्दील हो जाएगी, जब लेंड करेगी तब उसका एक इंजन काम करेगा जिससे गति सीमा 160 किमी प्रति घंटेकी रहेगी। जबकि उडते वक्त दो इंजन कार्यरत होने से 180 किमी प्रति घंटे की होगी। एक बार टेंक फुल करने के बाद यह कार 500 किमी का सफर तय कर सकेगी। छोटे एयरक्राफ़ट के उपयोग में आने वाले रोटेक्स इंजन इस कार में लगे होंगे।
मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने बताया कि गुजरात की ईजी टू डूइंग बिजनेस की छवि के चलते दुनिया में उडती कार बनाने वाली कंपनी पाल वी ने गुजरात को इसके प्लांट के लिए चुना है। रुपाणी ने कहा गुजरात सर्वग्राही विकास के रोल मॉडल के रूप में दुनिया में उभरकर सामने आया है। न्यू इंडिया की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।