जयपुर। राजस्थान में जबरदस्त ओलावृष्टि से सीकर, अलवर, दौसा, अजमेर, श्रीगंगानगर, नागौर, चूरू, भरतपुर और हनुमानगढ़ में फसलें ख़राब होने का मामला शुक्रवार को विधानसभा में भी गूंजा।
आपदा प्रबंधन मंत्री भंवरलाल मेघवाल ने सदन में कहा कि अब तक जाे रिपोर्ट मिली है, उसके अनुसार 4 और 5 मार्च को हुई ओलावृष्टि से 14 जिले प्रभावित हुए। इनमें से 10 जिलों में भारी तबाही हुई है। कई जगह 90 फीसदी तक फसलें खराब हुई हैं।
अगले 10 से 15 दिन में विशेष गिरदावरी करवाकर नुकसान का पूरा मुआवजा किसानाें काे दिलाया जाएगा। उन्हाेंने कहा कि अभी बरसात व ओलावृष्टि का दाैर जारी है और माैसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए भी चेतावनी दे रखी है, इसलिए 10-15 दिनों तक गिरदावरी कराई जाएगी।
इसलिए बिगड़ रहा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पश्चिमी अफगानिस्तान व आस-पास के क्षेत्र में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। इसके कारण और अरब सागर से प्रर्याप्त नमी का मिल जाना तथा पूर्वी हवाओं के राजस्थान व आसपास के इलाकों में टकराने तथा पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पश्चिमी राजस्थान के ऊपर, ऊपरी हवाओं में कम हवा के दबाव का परिसंचरण व एक टर्फ के बनने से मौसम में बदलाव आया है।
राज्य में बरसात और ओलावृष्टि के बावजूद कई स्थानों पर बीती रात तापमान में बढ़ोतरी हुई। जयपुर में बीती रात तापमान मामूली 15.1 डिग्री से 14.4 पर आ गया तो अजमेर में तापमान 17.0 डिग्री से 14.3 डिग्री पर आ गया। वहीं जैसलमेर में तापमान 12.5 डिग्री से बढ़कर 16.3 डिग्री हो गया।