कोरोना का असर/ चीन से आयात पर रोक, रंग-गुलाल और पिचकारी हुए महंगे

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जयपुर। चीन में काेराेनावायरस का असर इस साल होली में जेब पर भी पड़ने की संभावना है। दरअसल, होली खेलने में काम आने वाले 90% पिचकारी व विभिन्न टॉय चाइनीज होते हैं। लेकिन कोरोना वायरस के कारण चीन से आयात बंद होने के चलते इस साल रंग-गुलाल, पिचकारी समेत सभी उत्पादों का स्टॉक कम है। इसके मद्देनजर इनकी खरीद के लिए ग्राहकों को 50% तक अधिक कीमत चुकानी पड़ेगी।

व्यापारियों के मुताबिक देश में भी रंग-गुलाल व पिचकारी का उत्पादन होता है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों के दौरान चीन के सस्ते उत्पादों ने इनकी जगह ले ली थी। इसके बाद से स्वदेशी उत्पादों का उत्पादन कम हो गया था। ज्यादातर व्यापारी चीन से आयातित उत्पादों की बिक्री करने लगे थे। लेकिन इस साल आयात काफी दिनों से बंद होने के कारण होली खेलने में काम आने वाले उत्पादों की शॉटेज है।

जयपुर में 3 करोड़ का कारोबार
गुलाल के थोक विक्रेता राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि हाेली पर जयपुर से 10 किलो के करीब 10 हजार कट्‌टे गुलाल सप्लाई होता है। जयपुर में गुलाल बनाने की 16 फैक्ट्रियां हैं और इनमें करीब 400-500 कारीगर काम करते हैं। फाल्गुन में हाेली के 10 दिनों के भीतर ही जयपुर में रंग का करीब 3 करोड़ का कारोबार होता है। बाजार में 80 से 100 रु. किलो के हिसाब से गुलाल बेचा जाता है।