नई दिल्ली। चीन के बाद आधी से ज्यादा दुनिया में फैले कोरोना वायरस की मार दुनियाभर के अमीरों पर भी पड़ रही है। दरअसल कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया के शेयर बाजारों में ऐतिहासिक गिरावट का माहौल है। इस कारण दुनियाभर के अमीरों ने नेटवर्थ में भी कमी आई है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के अनुसार सप्ताह के पांच कारोबारी दिवस में विश्व के 500 अमीरों के नेटवर्थ में 444 बिलियन डॉलर यानी करीब 32 लाख करोड़ की कमी आई है।
ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के अनुसार, बीते सप्ताह दुनिया के तीन सबसे अमीर व्यक्तियों अमेजन डॉट कॉम के संस्थापक जेफ बेजोस, माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स और एलवीएमएच के चेयरमैन बर्नार्ड अर्नाल्ट की नेटवर्थ में 30 बिलियन डॉलर यानी करीब 2.16 लाख करोड़ रुपए की कमी दर्ज की गई है। कोरोना वायरस के कारण दुनिया के 10 बड़े अमीरों के नेटवर्थ में पिछले सप्ताह 5.81 लाख करोड़ रुपए की कमी दर्ज की गई है।
खास बात यह है कि जिन 10 बड़े अमीरों के नेटवर्थ में कमी हुई है वे सभी विदेशी हैं। ब्लूमबर्ग वेल्थ रैंकिंग के 80 फीसदी से अधिक अरबपति इस साल लाल निशान में आ गए हैं। इनमें से अधिकांश का कारोबार कोरोना वायरस की वजह से प्रभावित हुआ है। जापान में फंसे क्रूज की कंपनी कार्निवल कॉरपोरेशन के चेयरमैन मिकी एरिसन ने नेटवर्थ में भी पिछले सप्ताह 1 बिलियन डॉलर यानी करीब 7 हजार करोड़ रुपए की कमी दर्ज की गई है। इस जहाज पर कोरोना वायरस के कारण पांच लोगों की मौत हो चुकी है।
भारत के आम बजट से ज्यादा है यह नुकसान
कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर के 500 अमीरों ने नेटवर्थ में बीते सप्ताह में हुई यह 32 लाख करोड़ रुपए कमी भारत के आम बजट से भी ज्यादा है। भारत ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए करीब 30 लाख करोड़ रुपए का आम बजट पेश किया था। जबकि वित्त वर्ष 2019-20 में भारत का आम बजट 27 लाख करोड़ रुपए का था।
अमेरिका के डाउ जोन्स में 2008 जैसी गिरावट
कोरोना वायरस के कारण अमेरिका के 135 साल पुराने डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज इंडेक्स (DJI) में बीते सप्ताह शुक्रवार को 1190 अंकों की गिरावट दर्ज की गई और यह 25,766 अंकों के स्तर पर बंद हुआ। बाजार के जानकार इसे ऐतिहासिक गिरावट बता रहे हैं। जानकारों का कहना है कि अमेरिकी बाजारों में यह 2008 जैसी गिरावट है।
2008 में जीडीपी के लगातार नकारात्मक आंकड़ों से अमेरिकी अर्थव्यवस्था की कमर टूट गई थी और लेहमैन ब्रदर्स, मेरीलिंच, बैंक ऑफ अमेरिका जैसी दिग्गज फंस गए और देखते ही देखते अमेरिका में 63 बैंकों में ताले लग गए थे। करीब 17 महीने चले इस मंदी के दौर में डाउ जोन्स 9 अक्टूबर 2007 के 14164 अंकों के स्तर से 5 मार्च 2009 को 6,594 तक गिर गया था।