नई दिल्ली। कोरोना वायरस के वैश्विक प्रसार और दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाओं को इससे होने वाले नुकसान के डर से शुक्रवार को देश के शेयर बाजारों में भारी गिरावट दर्ज की गई। इसके कारण घरेलू बाजार में सूचीबद्ध कंपनियों के निवेशकों को महज 6 घंटे के कारोबारी सत्र में करीब 5.76 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो गया।
बाजार बंद होने पर बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन (एमकैप) घटकर 1,46,63,688.49 करोड़ रुपए पर आ गया, जो एक दिन पहले गुरुवार को 1,52,40,024.08 करोड़ रुपए था। इस तरह से छह घंटे के सत्र में निवेशकों का 5,76,335.59 करोड़ रुपए डूब गया।
सेंसेक्स में 1,448 अंकों की गिरावट
कोरोना वायरस के नकारात्मक असर के कारण शेयर बाजार में शुक्रवार को लगातार छठे सत्र में गिरावट रही। बीएसई का सेंसेक्स 1,448.37 अंक गिरकर 38,297.29 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 414.10 अंक गिरकर 11,219.20 पर बंद हुआ। गत छह सत्रों में सेंसेक्स कुल 3,025.71 अंक गिर चुका है।
सेंसेक्स के 8 शेयर 5 फीसदी से अधिक लुढ़के
सेंसेक्स के 8 शेयर 5 फीसदी से अधिक लुढ़के। सेंसेक्स में टेक महिंद्रा में सर्वाधिक 8.14 फीसदी गिरावट रही। महिंद्रा एंड महिंद्रा और टाटा स्टील 7 फीसदी से ज्यादा लुढ़के। एचसीएल टेक और बजाज फाइनेंस 6 फीसदी से अधिक गिरे। इन्फोसिस, भारतीय स्टेट बैंक और एक्सिस बैंक 5 फीसदी से अधिक टूटे। टीसीएस, एचडीएफसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज 4 फीदसी से अधिक गिरे। दूसरी ओर एकमात्र शेयर आईटीसी में 0.05 फीसदी तेजी रही।
सभी सेक्टरों में गिरावट
बीएसई के सभी सेक्टरों में गिरावट रही। मेटल सेक्टर में सर्वाधिक 7.01 फीसदी गिरावट रही। आईटी व टेक सेक्टर 5 फीसदी से ज्यादा गिरे। बेसिक मटीरियल्स 4 फीसदी से ज्यादा टूटे। एनर्जी, फाइनेंस, स्वास्थ्य सेवा, औद्योगिक, युटिलिटीज, ऑटो, बैंकिंग, तेल एवं गैस, पावर और रियल्टी सेक्टर 3 फीसदी से अधिक टूटे। बीएसई के मिडकैप इंडेक्स में 3.13 फीसदी और स्मॉलकैप इंडेक्स में 3.52 फीसदी गिरावट रही।