जयपुर। नोटबंदी के दौरान राडार पर आए ज्वैलर्स को आयकर विभाग ने फिर नोटिस थाम दिए हैं। एक अनुमान के मुताबिक जयपुर के 300 से 400 ज्वैलर्स को आयकर विभाग से नोटिस मिला है। नोटिस में ज्वैलर्स से नोटबंदी के दौरान किए कारोबार पर टैक्स जमा कराने की मांग की गई है। यह कवायद केंद्र सरकार की राजस्व जुटाने की योजना का हिस्सा है। काबिलेगौर है कि देशभर में 15,000 ज्वैलर्स को नोटिस देकर 50,000 करोड़ रुपए का टैक्स जमा करने का लक्ष्य रखा गया है।
ज्वैलर्स का कहना है कि नोटबंदी के बाद से बुरे दौर से गुजर रहे ज्वैलरी उद्योग के लिए आयकर विभाग का नोटिस सदमे से कम नहीं है। विभाग ने जयपुर के लगभग 70% ज्वैलर्स राडार पर ले लिया है। इनमें ज्यादातर पर आयकर का कोई बकाया नहीं है।
पहले भी हो चुकी छापेमारी
सर्राफा ट्रेडर्स कमेटी, जयपुर के अध्यक्ष कैलाश मित्तल ने बताया कि 8 नवंबर 2017 को 500 व 1000 रु. के नोट चलन से बाहर करने की घोषणा की गई थी। उस दिन ज्वैलर्स ने रात 12 बजे तक कारोबार किया था। इसके आधार पर आयकर विभाग ने नोटबंदी के दौरान भी कई ज्वैलर्स पर छापे की कार्रवाई की थी।