नई दिल्ली। फरवरी में घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में भारी बढ़ोतरी के बाद विपक्ष के निशाने पर आई केंद्र सरकार ने संकेत दिया है कि आने वाले महीनों में इसकी कीमतों में गिरावट हो सकती है। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गुरुवार को संकेत दिया कि आने वाले महीनों में घरेलू एलपीजी गैस की कीमतों में कमी आ सकती है।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यह बात सत्य नहीं है कि देश में घरेलू गैस (एलपीजी) की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी होगी। उन्होंने कहा कि फरवरी महीने में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में तेजी के कारण घरेलू स्तर पर एलपीजी की कीमत में बढ़ोतरी करनी पड़ी है। उन्होंने कहा कि अब ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि आने वाले महीनों में एलपीजी की कीमतों में कमी आ सकती है। इससे पहले 13 फरवरी को सरकार ने भी एक बयान जारी करके कहा था कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में जनवरी 2020 में एलपीजी की कीमत 448 डॉलर मीट्रिक टन से बढ़कर 567 डॉलर मीट्रिक टन होने की वजह से कीमतों में बढ़ोतरी करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
फरवरी में 144.50 रुपए महंगा हुआ है गैस सिलेंडर
सरकारी गैस विपणन कंपनियों ने 12 फरवरी को एलपीजी गैस की कीमतों में 144.50 रुपए प्रति सिलेंडर (14.2 किलो) की बढ़ोतरी करने का ऐलान किया था। इसके बाद राजधानी दिल्ली में एलपीजी की कीमत बढ़कर 858.50 रुपए प्रति सिलेंडर पर पहुंच गई है। गैस वितरण कंपनियां प्रत्येक माह की 1 तारीख को गैस की कीमतों में बदलाव का ऐलान करती हैं। माना जा रहा है कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव के कारण फरवरी में एलपीजी की कीमतें देरी के कारण घोषित की गई थीं।
बढ़ा दी थी सब्सिडी
केंद्र सरकार की ओर से 13 फरवरी को जारी बयान में कहा गया था कि एलपीजी की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ ही उसने उपभोक्ताओं को मिलने वाली सब्सिडी भी दोगुनी कर दी है। सरकारी बयान के अनुसार, अब घरेलू एलपीजी पर सब्सिडी 153.86 रुपए से बढ़कर 291.48 रुपए प्रति सिलेंडर और प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभार्थी की सब्सिडी 174.86 रुपए से बढ़ाकर 312.48 रुपए प्रति सिलेंडर कर दी गई है।