नई दिल्ली। मोबाइल से फ्री में रोज 100 SMS भेजने की लिमिट जल्द खत्म हो सकती है। टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने SMS के लिए टैरिफ के नियम को लेकर ‘टेलिकम्युनिकेशन टैरिफ (65वां संशोधन) ऑर्डर 2020’ का ड्राफ्ट जारी किया है। ट्राई का मानना है कि 100 एसएमएस की डेली लिमिट के बाद लगने वाले 50 पैसे चार्ज को रखने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि स्पैम एसएमएस का पता लगाने के लिए पर्याप्त टेक्नॉलजी है।
दरअसल, ट्राई ने स्पैम एसएमएस पर रोक लगाने के लिए 50 पैसे का चार्ज लगाया है। यह चार्ज TCCCPR (टेलिकॉम कमर्शल कम्युनिकेशन्स कस्टमर प्रेफेरेंस रेग्युलेशन्स) के हिस्से के रूप में लागू हुआ है। हालांकि, अब ट्राई का कहना है कि TCCCPR 2018 टेक्नॉलजी आधारित है और यह स्पैम एसएमएस पर अंकुश लगा सकता है।
2012 में लागू हुआ नियम
अभी टेलिकॉम ऑपरेटर्स रोज 100 एसएमएस की लिमिट के बाद प्रति एसएमएस कम से कम 50 पैसे चार्ज करते हैं। यह नियम साल 2012 में लागू हुआ था। ट्राई ने टेलिकॉम सब्सक्राइबर्स को UCC (अनसॉलिसिटेड कमर्शल कम्युनिकेशन्स) से बचाने के लिए रोज 100 एसएमएस की लिमिट तय की थी।
टेक्नॉलॉजिकल सलूशन्स पर जोर
पिछले कुछ सालों से ट्राई स्पैम एसएमएस पर रोक लगाने के लिए टेलिकॉम कंपनियों को नए तरीके पेश करने पर जोर दे रहा है। साल 2017 में ट्राई ने यूसीसी पर रोक के लिए TCCCPR पेश किया। ट्राई ने कहा है, ‘TCCCPR 2018 के तहत निर्धारित नया रेग्युलेटरी फ्रेमवर्क टेक्नॉलजी आधारित है। यह UCC का पता लगाने के लिए टेक्नॉलॉजिकल सलूशन्स बताता है, जिनमें अडवांस्ड सिग्नेचर सलूशन्स और DCC डिटेक्ट सिस्टम आदि शामिल हैं।
17 मार्च तक काउंटर कॉमेंट का समय
इस फैसले को लागू करने के लिए ट्राई ने अब टेलिकम्युनिकेशन्स टैरिफ (65वां संशोधन) ऑर्डर, 2020 का ड्राफ्ट तैयार किया है। इसमें साल 2012 में एसएमएस से संबंधित लागू नियमों को वापस लेने का प्रस्ताव है। इसका सीधा मतलब है कि ट्राई ने रोज 100 एसएमएस के बाद प्रति एसएमएस 50 पैसे चार्ज को हटाने का प्रस्ताव दिया है। इसके लिए ट्राई ने स्टेकहोल्डर्स से 3 मार्च तक लिखित कॉमेंट और 17 मार्च तक काउंटर कॉमेंट मांगे हैं।