खाद्य पदार्थों के दाम पांच साल के उच्चतम स्तर पर पहुंचे

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नई दिल्ली। दुनिया में खाद्य पदार्थों के दाम लगातार तीसरे महीने बढ़कर दिसंबर में पांच साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। संयुक्त राष्ट्र की फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गेनाइजेशन (FAO) के मुताबिक, इसके पीछे वनस्पति तेलों, चीनी और डेयरी के दामों में हुई तेज वृद्धि और अनाजों के घटते दाम प्रमुख कारण रहे।

दिसंबर में सबसे ज्यादा बढ़े दाम
एफएओ फूड प्राइस इंडेक्स में अनाजों, तेल के बीजों, डेयरी प्रोडक्ट्स, मीट और चीनी के दामों में मासिक बदलावों को मापा जाता है। इसके मुताबिक, पिछले महीने दिसंबर में इन सभी खाद्य उत्पादों के दाम दिसंबर, 2014 के बाद से सबसे ज्यादा बढ़कर औसत 181.7 प्वाइंट पर पहुंच गए। पूरे साल का औसत इंडेक्स 171.5 प्वाइंट रहा, जो कि 2018 के मुकाबले 1.8 फीसदी अधिक है। हालांकि यह 2011 के 230 प्वाइंट्स से कहीं कम रहा।

वनस्पति तेलों के दाम में भारी इजाफा
चीन की तरफ से मांग बढ़ने और फ्रांस में हड़तालों के चलते लॉजिस्टिक्स की समस्या के कारण गेहूं के दाम बढ़ने से अनाजों का प्राइस इंडेक्स 1.4 फीसदी बढ़कर 164.3 प्वांट के औसत पर पहुंच गया। चावल की कीमतों में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ। वनस्पति तेल के दामों में तेज वृद्धि हुई। दिसंबर में प्राइस इंडेक्स 9.4 फीसदी बढ़कर 164.7 प्वाइंट हो गया। पाम तेल के दाम लगातार पांचवें महीने बढ़े, सोयाबीन, सूरजमुखी और रैपसीड के तेल की कीमत भी बढ़ी।