नई दिल्ली। जिंस वायदा बाजार NCDEX ने बाजरे में वायदा कारोबार एक बार फिर शुरू किया है। बाजरे में करीब सात साल बाद वायदा कारोबार शुरू किया गया है। एनसीडीईएक्स के एक बयान में कहा गया है कि शुरू में बाजरा का जनवरी, फरवरी, मार्च और अप्रैल 2020 में समाप्त होने वाला वायदा अनुबंध शुरू किया जायेगा।
इन सौदों में बाजरा का मूल सुपुर्दगी केन्द्र जयपुर (राजस्थान) होगा जबकि दौसा और अलवर इसके अतिरिक्त डिलीवरी केन्द्र होंगे। NCDEX ने इससे पहले 2012-13 में बाजरा वायदा कारोबार रोक दिया था। अब इसे फिर से शुरू किया गया है। यह अब बाजार से अधिक जुड़ा होगा। NCDEXके प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी विजय कुमार ने कहा कि बाजरा वायदा की शुरुआत किसानों और आपूर्ति श्रृंखला के अन्य हिस्सेदारों की आवश्यकताओं के देखते हुए नए उत्पाद पेश करने के हमारे प्रयासों का हिस्सा है।
बाजरा का इस्तेमाल मुख्य तौर पर खाद्य सामग्री का इस्तेमाल होता है। इसके अलावा मुर्गी पालन और पशु चारे में भी इसका इस्तेमाल होता है। यह मुख्य तौर पर उत्तर भारत के राज्यों में खरीफ की फसल के तौर पर पैदा होता है। बाजरे की कटाई का काम सितंबर में होता है। राजस्थान बाजरे का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। कुल बाजरा उत्पादन में इसकी 40 प्रतिशत हिस्सेदारी है।