IJSO / दोस्ती बनी मिसाल, सभी छह दोस्तों ने एक साथ जीते गोल्ड मैडल

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कोटा। 16वें इंटरनेशनल जूनियर साइंस ओलम्पियाड (आईजेएसओ) में सभी 6 स्टूडेंट्स ने एक साथ गोल्ड मेडल प्राप्त कर दोस्ती की मिसाल कायम की है। इस ओलम्पियाड में 55 देशों के बीच भारत नम्बर वन रहा है। ऐतिहासिक सफलता प्राप्त कर भारत का नाम रोशन करने वाले यह सभी छात्र एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के हैं।

महाराष्ट्र में नांदेड़ निवासी अथर्व शिवराम महाजन, सूरत का महित गढ़ीवाला, भिण्ड निवासी कृष्णा शर्मा, अलवर का प्रिंयांशु यादव, बैंगलुरु का अर्णव आदित्य सिंह एवं दिल्ली निवासी मनप्रीत सिंह।

अलग-अलग शहर से कोटा आए ये विद्यार्थी एक दूसरे से बिल्कुल अनजान थे लेकिन, लक्ष्य एक ही था कि आईजेएसओ में गोल्ड मैडल लाकर भारत का नाम विश्व पटल पर रोशन करना। अथर्व महाजन एवं महित गढ़ीवाला पिछले पांच वर्ष एवं कृष्णा शर्मा चार वर्ष, मनप्रीत एवं प्रियांशु एक वर्ष से कोटा में अध्ययनरत है।

इनमें पांच विद्यार्थी कोटा एलन में साथ पढ़ रहे हैं। जबकि एक एलन सूरत का विद्यार्थी है। यहां सिर्फ दोस्ती ही नहीं एक मां का त्याग भी चरितार्थ हो रहा है। अथर्व शिवराम महाजन की मां डाॅक्टर है लेकिन, वे अपनी प्रेक्टिस छोड़कर पिछले एक वर्ष से कोटा रह रही है।

आईजेएसओ से पूर्व अलग-अलग स्टेज के एग्जाम में इन विद्यार्थियों का एक-दूसरे से मिलना हुआ। इसके बाद समय-समय पर कोटा में मिले। धीरे-धीरे दोस्ती गहराई तो सभी ने आईजेएसओ में गोल्ड मैडल हासिल करने का लक्ष्य लेकर एक-दूसरे की स्टडी के दौरान मदद भी की।

इसके बाद कोटा में समय-समय पर एक-दूसरे से मिलते रहे और दोस्ती और गहरी होती गई। इन विद्यार्थियों ने बताया कि हम सपनों के शहर कोटा में अपना कॅरियर बनाने आए हैं। शुरुआत में सभी एक-दूसरे से अनजान थे। आईजेएसओ के माध्यम से एक-दूसरे से मिलना हुआ और आज सभी अच्छे दोस्त बन गए।

मनप्रीत व प्रियांशु ने बताया कि हमारी सफलता में एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट का पूरा योगदान है। यह एक ऐसी जगह है जहां हम सब मिलकर पढ़ते हैं। बेस्ट फैकल्टी की टीम हमारे साथ दोस्तो की तरह रहती है। हमारी हर समस्या के समाधान के लिए मौजूद रहती है। हमें यहां ऐसा माहौल दिया जा रहा है कि हमें पढ़ाई के लिए सकारात्मक उर्जा मिलती है।

अथर्व महाजन एवं अर्णव सिंह ने बताया कि भले ही हमारे बैच अलग-अलग हों, लेकिन क्लास के बाद हम सभी एक-दूसरे से मिलते हैं। जरुरी टाॅपिक्स पर डिस्कशन करते हैं। कौनसे सवाल का क्या जवाब आया, कैसे आया, यह सब डिस्कशन होता है। कृष्णा शर्मा ने बताया कि यह सिर्फ कोटा में ही संभव है कि यहां टैलेण्टेड स्टूडेंटृस से दोस्ती हो सके।

बेमिसाल दोस्ती का यह सफर आईजेएसओ तक ही नहीं, बल्कि आईआईटी मुम्बई तक चलेगा। क्योंकि मनप्रीत, प्रियांशु, अर्णव आदित्य सिंह एवं कृष्णा शर्मा का एक ही लक्ष्य है आईआईटी मुम्बई की सीएस ब्रांच से इंजीनियरिंग करना।