मुंबई। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने एक साल के मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में 0.10% कटौती की है। एमसीएलआर से जुड़े सभी लोन इतने सस्ते हो जाएंगे। नई दरें 10 दिसंबर से लागू हो गई हैं । एसबीआई का एक साल का एमसीएलआर अब 8% से घटकर 7.90% रह जाएगा। एसबीआई के ज्यादातर लोन एक साल के एमसीएलआर पर आधारित हैं।
यह जरूरी नहीं कि रेट कट का फायदा एमसीएलआर वाले सभी ग्राहकों को तुरंत मिले, बल्कि यह उनकी रीसेट डेट पर निर्भर करेगा। एमसीएलआर आधारित कर्ज में रीसेट पीरियड एक साल होता है। यानी जिन ग्राहकों की रीसेट डेट 10 दिसंबर या उसके बाद है तो उन्हें रेट कट का फायदा मिलेगा, लेकिन रीसेट डेट गुजर चुकी है तो अगली बार का इंतजार करना पड़ेगा। दस दिसंबर या इसके बाद लोन लेने वाले ग्राहक एमसीएलआर का विकल्प चुनेंगे तो उन्हें घटी हुई दरों के आधार पर ही कर्ज मिलेगा।
नए ग्राहकों के लिए रेपो रेट लिंक कर्ज की भी व्यवस्था
एसबीआई ने चालू वित्त वर्ष में एमसीएलआर 8वीं बार घटाया है। बैंक का कहना है कि होम लोन और ऑटो लोन में उसका 25% मार्केट शेयर है। आरबीआई के निर्देश के बाद एसबीआई एक अक्टूबर से रेपो रेट आधारित कर्ज की व्यवस्था भी शुरू कर चुका है। इससे जुड़े लोन आरबीआई द्वारा रेपो रेट घटाने के बाद उतने ही सस्ते हो जाते हैं जितनी रेपो रेट में कटौती होती है।