जयपुर। प्रवर्तन निदेशालय ने रंगीन रत्नों के निर्यातक एक प्रमुख जौहरी परिवार की फर्जी निर्यात करने वाली तीन कंपनियों पर छापा मारकर 5.11 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। जयपुर में प्रवर्तन निदेशालय की नवंबर में दूसरी बड़ी कार्रवाई है।
ईडी ने फर्जी निर्यात करने वाली तीन कंपनियों विपुल जैम्स प्राइवेट लिमिटेड, केवी एक्सपोर्ट और विपुल जैम्स और इनके निदेशक उमराव मल चोरडिय़ा, शांति कुमार चोरडिय़ा और नयनतारा चोरडिय़ा की चार सम्पत्तियों (कीमत 3.80 करोड़ रुपए) के साथ 1.31 करोड़ की फिक्स्ड डिपॉजिट जब्त की है।
इन संपत्तियों में घर, ऑफिस और मुंबई के पॉश इलाके में एक फ्लैट शामिल है। गौरतलब है कि ईडी ने 13 नवंबर को ग्वार के कारोबारी बीडी अग्रवाल की 52 करोड़ की संपत्ति भी जब्त की थी। ईडी ने बताया कि इन तीन कंपनियों ने फर्जी निर्यात ऑर्डर के बदले 2006 में 29 करोड़ का लोन लिया था।
दरअसल इन कंपनियों ने फर्जी बिजनेस प्रपोजल बनाकर बैंक ऑफ बड़ौदा से लोन लेकर इस रकम को किसी अन्य बिजनेस में खपा दिया, जिसका खुलासा बैंक सिक्योरिटी एंड फ्रॉड सेल ने किया और इसी आधार पर ईडी ने यह कार्रवाई की। इससे पहले भी प्रवर्तन निदेशालय चोरडिय़ा परिवार की श्याम नगर स्थित करीब एक करोड़ रुपए मूल्य की संपत्ति को जब्त कर चुका है।