नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय तनाव, केंद्रीय बैंकों द्वारा लगातार की जा रही खरीदारी और डॉलर के मुकाबले रुपए की कमजोरी के कारण इस साल के अंत तक सोने का भाव 42,000 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। कॉमट्रेंड्ज रिसर्च के सह-संस्थापक और सीईओ ज्ञानशेखर त्यागराजन ने कहा कि मध्यपूर्व से निकल रही अंतरराष्ट्रीय अनिश्चितता के कारण सोने की कीमत बढ़ेगी।
यह कॉमेक्स मार्केट्स में 1,650 डॉलर प्रति औंस और एमसीएक्स में 42,000 रुपए पर पहुंच सकती है। उन्होंने कहा कि इस साल के आखिर तक सोने की कीमत बढ़ती रह सकती है। केंद्रीय बैंकों द्वारा लगातार की जा रही खरीदारी, अंतरराष्ट्रीय तनाव और साल के आखिर में शेयरों में होने वाली संभावित बिकवाली के कारण सुरक्षित निवेश के रूप में सोने का आकर्षण बढ़ने की उम्मीद है।
सोने की कीमत बढ़ने की संभावना
एमसीएक्स में सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 38,302 रुपए और कॉमेक्स में 1,506 डॉलर प्रति औंस चल रही है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (एमओएफएसएल) के कमोडिटी रिसर्च के वाइस प्रेसिडेंट नवनीत दमानी ने कहा कि गोल्ड रिटर्न के लिहाज से यह एक सर्वोत्तम वर्ष है।
घरेलू बाजार में सोने की कीमत 15 फीसदी चढ़ी है। सोने की कीमत में आगे भी बढ़ोतरी जारी रहने का अनुमान है। हालांकि बढ़ोतरी की रफ्तार धीमी हो सकती है। प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मंदी के कारण केंद्रीय बैंकों की ब्याज दरों में नरमी का रुझान रह सकता है और इसके कारण सोने की कीमत में बढ़ोतरी हो सकती है।