मुंबई। भारतीय कारमेकिंग कंपनियों के लिए यह त्योहारी सीजन खुशहाली लेकर आया है। लंबे समय से ऑटो सेक्टर बिक्री में लगातार गिरावट देख रहा था लेकिन नवरात्रि, धनतेरस पर इस बार 5-7% ज्यादा बिक्री हुई है। हालांकि बिक्री में दोहरे अंकों की गिरावट के बाद ऑटो सेक्टर में यह तेजी देखने को मिल रही है, जो ऑटो कंपनियों के लिए राहत की बात है।
अप्रैल से सितंबर 2019 के बीच 6 हीनों के दौरान ऑटो कंपनियों के बिक्री के आंकड़ो में डबल डिजिट में गिरावट दर्ज की गई। नवरात्रि की शुरुआत से लेकर दशहरा तक मारुति सुजुकी और ह्युंदै ने क्रमश: 7 और 10 पर्सेंट की ग्रोथ दर्ज की। धनतेरस पर वाहन डिलिवरी की बात करें तो इसमें पिछले साल के मुताबले डबल डिजिट ग्रोथ दर्ज की गई। बता दें कि इन दोनों ऑटो कंपनियों का टोटल मार्केट शेयर करीब 65-70 फीसदी के बीच है। देश की तीसरी सबसे बड़ी ऑटो कंपनी महिद्रा ऐंड महिंद्रा ने धनतेरस पर यूटिलिट वीइकल सेल्स में 100 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की।
नवरात्रि, धनतेरस पर अच्छी बिक्री
नवरात्रि से दशहरा तक मारुति ने 60,000 कारों की डिलिवरी की और ह्युंदै मोटर ने इस दौरान 25,000 कारें डिलिवर कीं। वहीं धनतेरस पर मारुति ने 45,000 और ह्युंदै ने 14000 कारों की डिलिवरी की। फेस्टिव सीजन में कारों की सबसे ज्यादा मांग उत्तर और पूर्वी भारत से आई। पैसेंजर कार और दोपहिया वाहनों की कुल बिक्री का 50-55 फीसदी हिस्सा यहीं डिलिवर हुआ। ह्युंदै के नैशनल सेल्स हेड विकास जैन ने नवरात्रि के दौरान 10 पर्सेंट की ग्रोथ की पुष्टि की और कहा कि धनतेरस पर इससे बेहतर ग्रोथ दर्ज की गई।
मुंबई में कितने बिके वाहन
बाजार में मंदी के दौर के बीच एक अच्छी खबर है। त्योहारों के सीजन में वाहनों की बिक्री बढ़ी है। धनतेरस और शुभ अवसर पर नए वाहनों के रजिस्ट्रेशन कराने का रिवाज है। भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट vahan.nic.in के मुताबिक मुंबई के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों (RTO) में अक्टूबर में पिछले दो महीनों के मुकाबले ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए हैं। इस दौरान राज्य सरकार को मुंबई से चारों RTO से लगभग 136.33 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है। इस राजस्व में नए परमिट के अलावा अन्य श्रेणियां भी हैं।
धनतेरस में बढ़े रजिस्ट्रेशन
धनतेरस के शुभ अवसर पर सोना, बर्तन और इलेक्ट्रॉनिक आइट्म्स ही नहीं, वाहनों की बिक्री भी खूब होती है। इस बार धनतेरस पर सबसे ज्यादा 717 वाहनों के रजिस्ट्रेशन बोरीवली RTO में हुए हैं। मुंबई के चारों RTO में धनतेरस के दिन कुल 2344 वाहन रजिस्टर हुए। यह आंकड़ा पिछले वर्ष धनतेरस के मुकाबले थोड़ा-सा ज्यादा है। पिछले वर्ष 5 नवंबर 2018 के दिन मुंबई के चारों RTOs में कुल 2041 वाहन रजिस्टर हुए थे।
दो माह बाद मिली राहत
वाहनों की बिक्री कम होने की वजह से ऑटो-सेक्टर में मंदी आ गई थी। अगस्त और सितंबर में रजिस्ट्रेशन पिछले तीन साल के मुकाबले कम देखे गए, जबकि 25 अक्टूबर तक त्योहार के महीने में गाड़ियों की बिक्री दोबारा ट्रैक पर लौटती हुई दिख रही है। 1 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक मुंबई के चारों RTO में कुल 24,633 वाहन रजिस्टर हुए हैं। अगस्त 2019 में यह आंकड़ा 20,070 का था, जबकि इस साल सितंबर में सबसे कम 16,728 वाहन ही रजिस्टर हुए थे। अक्टूबर में नवरात्र और दिवाली होने के कारण सितंबर माह के मुकाबले 7,905 वाहन ज्यादा रजिस्टर हुए हैं।
दुपहिया वाहनों का क्रेज
अक्टूबर महीने में जिन वाहनों के रजिस्ट्रेशन में सबसे ज्यादा तेजी देखी गई है, वे दुपहिया वाहन हैं। अक्टूबर माह में हुए कुल रजिस्ट्रेशन में से 66 प्रतिशत दुपहिया वाहन, जबकि 22 प्रतिशत लाइट मोटर वीइकल (LMV- प्राइवेट कार, जीप इत्यादि) रजिस्टर हुए हैं। कुल वाहनों के रजिस्ट्रेशन में से 88 प्रतिशत निजी वाहन हैं।
1 से 25 अक्टूबर तक 16,256 वाहन दुपहिया हैं, जबकि 5,432 वाहन LMV श्रेणी के हैं। ऑटो-टैक्सियों द्वारा भाड़ा लेने से इनकार करने, घर के छोटे-मोटे काम और बच्चों को स्कूल छोड़ने तक के लिए लोग ज्यादातर दुपहिया वाहन खरीदने में रुचि रखते हैं। मुंबई में पार्किंग की समस्या और ट्रैफिक के कारण कार इत्यादि की बिक्री अपेक्षाकृत कम होती है।