कोटा। ठंडी-ठंडी हवाओं के झौंके और झिलमिल रोशनी के बीच राष्ट्रीय मेला दशहरा 2019 के उपलक्ष्य में सोमवार की रात को तबले व ढोलक की जुगलबंदी व हारमोनियम की सुरीली आवाज के साथ मशहूर कव्वाल जाहिद नाजा व तनवीर कौसर के बीच कव्वाली मुकाबला हुआ। देर रात तक चले इस कार्यक्रम में फनकारों ने सुफियाना अंदाज में खुदा की शान में कशीदे पढ़े और कौमी एकता का संदेश दिया।
मुंबई के कव्वाल जाहिद नाजा ने यह भारत देश हमारा हमको है जान से प्यारा…ऊंचा रहे तिरंगा, नजर हमारी झुके नहीं, भारत हो सबसे आगे, कदम हमारे झुके नहीं सुनाकर श्रोताओं में देशभक्ति का जज्बा पैदा कर दिया। कव्वाल जाहिद नाजा की कव्वाली में ये इंसान, किसी इंसान को क्या देता है, आदमी है सिर्फ बहाना, बस खुदा देता है ने भी दर्शकों की खूब दाद पाई और मंच पर नजरानों के ढेर लग गए। कव्वाली के दौरान दर्शक झूम उठे।
कव्वाला तनवीर कौसर ने भी एक से बढ़कर एक कलाम पेश कर श्रोताओं की खूब दाद पाई। सुख तुझे देता है जो हर ज्ञान वहीं है अल्लाह वहीं है तेरा भगवान वहीं है… उनकी कव्वाली तमाम जख्म अकेले में मुस्कुराते हैं, बिछड़ने वाले हमें बहुत याद आते हैं पर भी श्रोताओं ने उनकी टीम को नजराने पेश किए। मंच से कव्वाल जाहिद ने कहा कि कोटा का मेला दशहरा ऐसा मंच है जहां पर कलाकारों को नवाजा जाता है। दर्शक दीर्घा में मौजूद श्रोताओं ने इस फनकार का तालियों की करतल ध्वनि से जोरदार इस्तकबाल किया।
इसके बाद सूफियाना अंदाज में जाहिद नाजा ने हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई सबका है ऐलान हमारा प्यारा हिंदुस्तान… सुना कौमी एकता का संदेश दिया। देर रात शुरू हुए कव्वाली के रोचक मुकाबले के बीच दर्शक दीर्घा तालियों की करतल ध्वनि से गूंजता रहा। तनवीर कौसर ने तूजी से इत्तहा है तुजी से इंतहा है…शीश महलों में खंडर का रावता हो जाएगा हम फकीरों से उलझेगा फनाह हो जाएगा…मौला तेरी शान है…सरीखी नात, गजल, सुनाई। श्रोताजनों ने तालियो की गर्जना से स्वागत किया।
मेला अध्यक्ष रामोहन मित्रा बाबला ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी मोहम्मद मियां, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष मजीद कमांडो, भाजपा नेता निजामुद्दीन बबलू, वक्फ बोर्ड कोटा के उपाध्यक्ष वाहिद कुरैशी, सर्वोदय स्कूल के निदेशक अब्दुल गफ्फार मिर्जा, पांचपीर बाबा के रफीक शाह ने विधिवत कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।