कोटा। श्री दिगम्बर जैन मंदिर महावीर नगर विस्तार योजना में पावन चातुर्मास कर रही आर्यिका सौम्यनन्दिनी माताजी ने प्रवचन करते हुए बुधवार को तत्वार्थ सूत्र ग्रंथ के बारे मे बताया। उन्होंने कहा कि तत्वार्थ सूत्र यानि मोक्ष शास्त्र है।
हम जिस ग्रंथ का अध्ययन करे उस ग्रंथ का नाम जानना चाहिए। जिसमें ज्ञान प्रकाशित होता है, व्याख्यान के समय हम बता सकते हैं कि इस ग्रंथ में ऐसा कहां है। इस ग्रंथ का नाम तत्वार्थ सूत्र अथवा मोक्ष शास्त्र है। इस ग्रंथ मे सात तत्वों का वर्णन सूत्रों के रूप मे किया है, इसलिए इसका तत्वार्थ सूत्र सार्थक नाम है।
माताजी ने कहा कि मोक्ष प्राप्ति के लिए जिन तत्वों को जानना आवश्यक है उन सात तत्वों का कथन इस ग्रंथ मे होने से यह ग्रंथ मोक्ष प्राप्ति का साधन है। इसलिए इसे मोक्ष शास्त्र भी कहा जाता है।