नई दिल्ली। ‘एक्सक्यूज मी! आप मेरे रास्ते में खड़े हैं, क्या आप मुझे निकलने की जगह देंगे? थैंक यू।’ स्कार्फ पहने एक वेटर की आवाज ठाणे के इस रेस्तरां में आपको सुनाई पड़ेगी। यह वेटर रेस्तरां में ही नहीं बल्कि लोगों की सेल्फी, फोटोज और बर्थडे विडियोज में भी अपनी जगह बना रहा है। सबका चहेता यह वेटर दरअसल एक रोबॉट है, जो लगभग एक साल इस रेस्तरां में पूरा करने जा रहा है। रेस्तरां के मालिक शैलेन्द्र और पूनम मौर्या ने इस मेड-इन-जापान रोबॉट को ‘बेबी डॉल’ नाम दिया है।
ऐंड्रॉयड बेस्ड रोबॉट वेटर की कीमत करीब 10 लाख रुपये है और पिछले साल नवंबर में इंट्रोड्यूस करने से पहले बंद दरवाजों में अच्छे से टेस्ट किया गया। इसके बाद से ही बेबी डॉल रेस्तरां के ग्रे-फ्लोर पर एक से दूसरे टेबल के बीच शरारती बच्चों और ढेर सारे लोगों के लिए बर्थडे केक डिलीवर कर रही थी। बेबी डॉल से मिलने दहिसर तक से लोग यहां आ रहे थे। आज इस रोबो के ब्लू एक्सटीरियर पर कुर्सियों के गलती से लगने की वजह से कुछ निशान हैं। इसी तरह किसी बच्चे द्वारा हाथ को तेजी के खींचने की वजह से इसका ट्रे भी एक ओर ढीला हो गया है।
देशभर में सर्व कर रहे हैं रोबो
बेबी डॉल पर सूप गिरने के बाद भले ही इसे कुछ वक्त के लिए बंद कर दिया गया है लेकिन आइटम गर्ल निकनेम की तरह ही इसका जादू कम नहीं हुआ है। देश के बाकी हिस्सों में अब भी बेबी डॉल जैसे ऐंड्रॉयड रोबॉट्स फूड सर्व कर रहे हैं। हाल ही में मीडिया का ध्यान गुवाहाटी के ट्रडिशनल कपड़ों में फूड सर्व कर रहे वेटर्स पर गया। बेंगलुरु के पल्की में इनका नाम आर्या, राम्या, जोई, एलिस, सान्सा और कन्नूर में इनका नाम एलीना, हेलन और जेन रखा गया है। ये रोबो वेटर इंग्लिश और स्थानीय भाषा में लोगों का स्वागत करते हैं। यह ट्रेंड चेन्नै में खुले एक इंडो-थाई रेस्तरां से शुरू हुआ, जहां सबसे पहले रोबॉट फूड सर्व करते दिखे।
दूर-दूर से आ रहे हैं कस्टमर्स
पिछले दो साल से देश में लोगों को सर्व कर रहे रोबॉट्स में नताशा भी शामिल है, जिसे दिल्ली के 18 साल के रेस्तरां ओनर ने तैयार किया है। देश में यह ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है और टैबलेट की मदद से चलने वाले ये रोबॉट्स ग्राहकों को आकर्षित करने का जरिया बन रहे हैं। एक रेस्तरां के जीएम सुंदरराजन कहते हैं कि अच्छी बात यह है कि इनके आने के बाद इंसानों की जॉब्स खतरे में नहीं पड़ी है, बल्कि इनका ख्याल रखने और मेंटिनेंस के लिए क्रू को भी काम पर रखा गया है। बहुत से ऐसे रेस्तरां देशभर में हैं, जहां का ‘wow फैक्टर’ वहां काम करने वाले रोबॉट्स हैं। आलम यह है कि दूर-दूर से लोग इन रोबॉट्स वाले रेस्तरां में आ रहे हैं।