JEE का सिलेबस बदला, जानिए क्या हुए बदलाव

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नई दिल्ली।12वीं कक्षा में गणित पढ़ने वाले अब हर स्ट्रीम के प्रतिस्पर्धी को बैचलर्स इन प्लानिंग कोर्स की प्रवेश परीक्षा में भाग लेने का मौका मिलेगा। जनवरी 2020 में होने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मुख्य) यानी जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (मेन) में जो बदलाव देखने को मिलेंगे, उनमें यह प्रमुख है। पिछले 20 वर्षों में पहली बार जेईई (JEE) के सभी प्रतिस्पर्धियों को भौतिकी (फिजिक्स), रसायन (केमिस्ट्री) और गणित (मैथमैटिक्स) के कम सवालों का सामना करना पड़ेगा।

वहीं, आर्किटेक्चर कोर्स में भाग लेने के इच्छुक प्रतिस्पर्धियों को भी इंजिनियिरिंग ड्रॉइंग के कम सवाल ही हल करने होंगे। JEE केंद्र सरकार से फंडेड सभी तकनीकी संस्थानों और कॉलेजों में प्रवेश की परीक्षा है। अब तक वही विद्यार्थी बैचलर ऑफ प्लानिंग कोर्स में प्रवेश के योग्य होते थे जिन्होंने 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथमैटिक्स पढ़े हों।

लेकिन, अब क्रिटेरिया बदल गया और अब 12वीं के लिए सिर्फ मैथ्स ही अनिवार्य रह गया है। साथ ही, जो लोग बैचलर ऑफ प्लानिंग कोर्स में प्रवेश लेना चाहते हैं, उनसे ड्रॉइंग टेस्ट नहीं लिया जाएगा। अब ड्रॉइंग टेस्ट सिर्फ आर्किटेक्स कोर्स की प्रवेश परीक्षा में ही लिया जाएगा।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इन बदलावों पर अपनी मुहर लगा दी। JEE के 15 वर्षों में पहली बार सवालों की संख्या घटा दी गई है और प्रश्नों के प्रकार भी बदल दिए गए हैं। पहले, इंजिनियरिंग (बीई/बीटेक) ऐस्पिरेंट्स को 30-30 मल्टिपल चॉइस क्वेश्चंस के तीन पेपर- मैथमैटिक्स, फिजिक्स और केमिस्ट्री हल करने होते थे।

अब तीनों पेपर में 30-30 की जगह 25-25 सवाल ही रहेंगे। इनमें 20-20 मल्टिपल चॉइस क्वेश्चंस होंगे जबकि शेष 5-5 सवाल न्यूमैरिकल वैल्यु के जवाब के साथ आएंगे और तीनों पेपर का वेटेज बराबर होगा।

वहीं, बीआर्क (बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर) कोर्स के लिए मैथमैटिक्स पेपर में 25 सवाल होंगे जिनमें 20 मल्टिपल चॉइस जबकि पांच ऑब्जेक्टिव टाइप होंगे। सथ ही, ड्रॉइंग पेपर के सवाल भी तीन से घटाकर दो कर दिए गए। मल्टिपल चॉइस क्वेश्चंस फॉर्मेट में 50 नंबर का ऐप्टिट्यूड टेस्ट भी है।

बैचलर ऑफ प्लानिंग और बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर प्रवेश परीक्षा के लिए मैथमैटिकिस और ऐप्टिट्यूड टेस्ट पेपर एक समान होंगे। हालांकि, पिछले वर्ष से इतर इस बार बैचलर ऑफ प्लानिंग के अभ्यर्थियों को ड्रॉइंग पेपर नहीं देना होगा बल्कि उन्हें प्लानिंग पर 25 मल्टिपल चॉइस क्वेश्चंस हल करने होंगे। JEE (Main) 2020 की पहली परीक्षा 6 से 11 जनवरी जबकि दूसरी परीक्षा 3 से 9 अप्रैल के बीच होगी।