नई दिल्ली । वित्त वर्ष 2017-18 के लिए सरकारी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की पहली खेप आज लॉन्च होगी। बॉन्ड की बिक्री बैंकों और स्टॉक होल्डिंग कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के जरिए की जाएगी। साथ ही इसे डाकघर और स्टॉक एक्सचेंजों के जरिए भी खरीदा जा सकता है। बीते वित्त वर्ष एसजीबी स्कीम 2016-17 की सीरीज IV के लिए सब्सक्रिप्शन 27 फरवरी से 3 मार्च 2017 तक खुली रही थी। आवेदनकर्ताओं को 17 मार्च 2017 को बॉन्ड पेपर जारी किये गए थे।
क्या है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड:
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड फिजिकल गोल्ड में निवेश करने का विकल्प है। इस स्कीम को पिछले वर्ष नवंबर में लॉन्च किया गया था। सरकार अबतक एसजीबी के सात चरणों की घोषणा कर चुकी है। रिजर्व बैंक सरकार की ओर से बॉन्ड जारी करता है।
कैसे तय होगी बॉन्ड की कीमत:
भारत बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड की ओर से दी गई कीमत पर इस बॉन्ड की कीमत तय होगी। वहीं इस बॉन्ड की कीमत रुपए में तय की जाएगी। सामान्यत: गोल्ड बॉण्ड के भाव सोने की मौजूदा कीमत से कुछ डिस्काउंट पर बेचे जाते हैं।
कितनी सीमा तक खरीद पाएंगे बॉन्ड:
नियम के मुताबिक गोल्ड बॉन्ड में 8 साल के लिए निवेश करना जरूरी है, जिसे कम से कम 5 साल के लिए बनाए रहना होगा। कम से कम 1 ग्राम सोने और अधिकतम 500 ग्राम सोने के लिए बॉन्ड खरीदे जा सकते हैं। बॉन्ड खरीद के लिए पेमेंट अगर कैश से करनी है तो अधिकतम 20,000 रुपए कैश दे सकते हैं। वहीं इससे ऊपर की पेमेंट चेक या नेट बैंकिंग के जरिए करनी होगी।
किन डॉक्यूमेंट्स की होगी जरूरत-
इसके लिए पहचान दस्तावेज जैसे कि आधार कार्ड या पैन या टैन (टैक्स डिडक्शन ऐंड कलेक्शन अकाउंट) या पासपोर्ट या वोटर आईडी कार्ड अपने पास रखें। साथ ही जारी करने वाले बैंक या डाक घर या फिर एजेंट के माध्यम से भी खरीदारी की जा सकती है।
कौन खरीद सकता है
भारत में रह रहे नागरिक ही एसजीबी में निवेश कर सकते हैं। एचयूएफ, ट्रस्ट, यूनिवर्सिटीज, धर्मार्थ संस्थाएं आदि निवेश कर सकते हैं। एसजीबी में ज्वाइंट होल्डिंग की अनुमति दी जाती है। साथ ही, अल्पवयस्क (नाबालिग) की ओर से अभिभावक आवेदन कर सकता है।