कर्मयोग,भक्तियोग एवं ज्ञान योग पर 31 से गीता भवन कोटा में व्याख्यान

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कोटा। महामण्डलेश्वर अंतरराष्ट्रीय गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानदं का 31 अगस्त से 3 सितम्बर तक गीता भवन कोटा में कर्मयोग,भक्तियोग एवं ज्ञान योग पर व्याख्यान होगा। स्वामी जी का व्याख्यान सायं 7 बजे से रात्रि 9.30 बजे तक होंगे। कोटा में भी इसी क्रम में उनका तीन दिवसीय प्रवास तय हुआ है।

बुधवार को पत्रकारों को कार्यक्रम की जानकारी देते हुए गीता सत्संग आश्रम समिति के अध्यक्ष गोवर्धन खण्डेलवाल, मंत्री कुंती मूंदड़ा, उपाध्यक्ष राजेंद्र खण्डेलवाल एवं कार्यक्रम संयोजक गिरिराज गुप्ता ने संयुक्त रूप से बताया कि महामण्डलेश्वर गीतामुखी अमृतवाणी से विश्व को आलोकित कर रहे है।

स्वामी जी के प्रयासों से गीता महोत्सव को इंटरनेशनल महोत्सव का दर्जा मिला है। पहली बार उन्होंने लाल किले से गीता जयंती पर राष्ट्रीय आयोजन किया। उन्होंने गीता का इंग्लिश, कन्नड़ा,बंग्ला एवं ब्रेल लिपि में प्रकाशन कराया। 12 लाख से अधिक गीता पुस्तकों का वितरण कर चुके है। उन्ही के प्रयासों से हरियाणा,राजस्थान, महाराष्ट्र व गुजरात में पाठ्यक्रमों में शामिल कराया गया।

कोषाध्यक्ष जननारायण खण्डेलवाल एवं रघुनंदन प्रसाद अग्रवाल ठप्पा ने बताया कि कुरूक्षेत्र में 18 हजार बच्चों ने एक साथ गीता का पाठ कर विश्व रिकाॅर्ड बनाया। गीता को उन्होंने सर्वभौमिक ग्रंथ बताते हुए गीता पढ़ें, आगे बढ़े उनका गुरूमंत्र हैं । इस मिशन को लेकर वह देश विदेश में जाते है।

सह मंत्री रामेश्वर प्रसाद विजय ने बताया कि गीता भवन में व्याख्यान सुनने के लिए बड़ी संख्या में गणमान्य लोगों तथा श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। मंत्री ने बताया कि 3 सितम्बर को प्रातः स्वामी ज्ञानानंद जी कैदियों को संबंधित करेंगे। इस अवसर पर पदाधिकारियों ने निमंत्रण कार्ड का विमोचन भी किया।