कोटा। शहर में नया हवाई अड्डे बनाने के लिए प्रस्तावित जगह का जल्द सर्वे होगा। हवाई अड्डा प्राधिकरण दिल्ली और राज्य के अधिकारियों की संयुक्त टीम इसी माह सर्वे के लिए आ सकती है। जिला प्रशासन ने राज्य सरकार को जमीन की लोकशन की रिपोर्ट भेज दी है। वहीं हवाई सेवा से जोडऩे के मुद्दे पर केन्द्र में हलचल शुरू होने के साथ ही कोटा के अधिकारियों ने भी प्रस्तावित जगह का टोटल सर्वे जल्द पूरा करने में जोर लगा दिया है।
नगर विकास न्यास में हवाई अड्डे के लिए प्रस्तावित जगह का टोटल सर्वे करने की प्रक्रिया चल रही है। बूंदी जिले के जाखमुंड, रामपुरिया और तुलसा गांव की करीब 2745 बीघा जमीन नए हवाई अड्डे के लिए प्रस्तावित है। उच्च स्तर से पहल होने के बाद कई दिनों से टोटल सर्वे की प्रक्रिया चल रही है। इस सर्वे में प्रस्तावित जगह पर क्या-क्या स्ट्रेक्चर बना हुआ है और जमीन की क्या स्थिति है, इसका अंकन किया जा रहा है। शंभुपुरा के पास नया हवाई अड्डा बनने के बाद कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ के अलावा चित्तौडगढ़़ और भीलवाड़ा जिले के लोग भी हवाई सेवा का उपयोग करेंगे। यहां से भीलवाड़ा और चित्तौडगढ़़ जिले के लिए रोड कनेक्टिविटी अच्छी है।
दिल्ली में प्रक्रिया शुरू
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला गत 21 जुलाई को कोटा आए थे, तब उन्होंने कहा, अगस्त माह में नए हवाई अड्डे के लिए संयुक्त सर्वे होने की संभावना है। दिल्ली जाने के बाद उन्होंने नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों से कोटा में नया हवाई अड्डा बनाने के बारे में चर्चा की, इसके बाद दिल्ली में भी हलचल शुरू हो गई है। नागरिक उड्डयन मंत्री ने भी कोटा को हवाई सेवा से जोडऩे में रुचि ली है। इसके बाद शुक्रवार को उन्होंने संसद में इस बारे में व्यक्तव्य दिया।
सरकार को जानकारी भेज दी है
राज्य सरकार को नए हवाई अड्डे के संबंध में जो जानकारी मांगी गई थी वह भिजवा दी है। इसके बाद संयुक्त सर्वे होना प्रस्तावित है।
मुक्तानंद अग्रवाल, जिला कलक्टर, कोटा