नई दिल्ली। कैलाश मानसरोवर तक पहुंचने के लिए दिल्ली से ल्हासा तक की चार्टर्ड फ्लाइट सेवा शुरू हो सकती है। भारत और चीन के बीच हाल ही में हुई बातचीत के प्रमुख मुद्दों में कैलाश मानसरोवर की यात्रा आसान बनाने का मुद्दा प्रमुख रहा। इसके अलावा चीन की Forbidden City में योग दिवस, 2020 मनाने और दोनों देशों में एक-दूसरे की शैक्षिक डिग्री को मान्यता देने का मुद्दा भी शामिल रहा।
12 जुलाई को नई दिल्ली में हुई दूसरी बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इस बैठक में चीनी अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए। दोनों देश कैलाश मानसरोवर की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा आसान बनाने के लिए चार्टर्ड प्लेन सेवा शुरू करने के प्रस्ताव पर गंभीर दिखे। इसके अलावा चीन तिब्बती इलाके में एक डोमेस्टिक एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर के एयरपोर्ट में बदलने की योजना पर भी काम कर रहा है।
दो रूट से जा सकते हैं मानसरोवर
फिलहाल मानसरोवर की यात्रा दो रूट से होती है। पहला रूट उत्तराखंड के लिपू लेख पास से होकर गुजरता है, जिसमें ट्रेकिंग करनी पड़ती है। दूसरा रूट सिक्किम का नाथू-ला पास है जहां मोटर वाहनों से जाया जा सकता है। 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुरोध पर चीनी सरकार ने मानसरोवर यात्रियों के लिए नाथू-ला रूट को खोला था।