कोटा। बैंक राष्ट्रीयकरण के 50 वर्ष पूर्ण होने पर बैंक कर्मियों ने इस दिवस को उत्साहपूर्वक मनाया। राजस्थान प्रदेश बैंक एम्प्लाइज यूनियन कोटा जिला इकाई द्वारा कल बैंक ऑफ इंडिया एरोड्राम चौराहा शाखा के समक्ष आयोजित सभा में बड़ी संख्या में बैंक कर्मी एकत्रित हुए। सभा से पूर्व बैंक कर्मियों ने राष्ट्रीयकरण के समर्थन में नारेबाजी की।
सभा को संबोधित करते हुए बैंक कर्मी नेताओं ने बताया कि 19 जुलाई 1969 के पूर्व बैंकों का स्वामित्व बड़े पूंजीपति घरानों के पास था तथा बैंकों में जमा आमजन की पूंजी का इस्तेमाल वे स्वयं के हितों के लिए करते थे। कृषि तथा छोटे व्यापारियों को बैंक सुविधा उपलब्ध नहीं थी। बैंक कर्मी संगठन एआईबीईए प्रारम्भ से ही लगातार बैंकों के राष्ट्रीयकरण हेतु आंदोलनरत था।
तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बैंक राष्ट्रीयकरण का एक जबरदस्त कदम उठा कर बैंकों का रास्ताआम जन के लिये खोल दिया। उन्होंने बताया कि बैंक राष्ट्रीयकरण के पश्चात देश की चहुमुखी आर्थिक उन्नति हुई है। उन्होंने निजी बैंकों की भी राष्ट्रीयकरण की मांग की।
बैंक कर्मी नेता शरण लाल गुप्ता, अशोक ढल, ललित गुप्ता, पदम पाटोदी, डीएस साहू, आरबी मालव, अनिल ऐरन, डीके गुप्ता, हेमराज सिंह गौड़, बैंक अधिकारी नेता प्रमोद माथुर तथा आईएल मीणा ने बैंक कर्मियों को संबोधित किया। सभा में बैंक राष्ट्रीयकरण को बचाने तथा बेहतर ग्राहक सेवा का संकल्प लिया गया।