नई दिल्ली। अगर आपके पास सैमसंग का स्मार्टफोन है, तो आप सबसे ज्यादा सैमसंग के फोन्स में देरी से मिलने वाले एंड्रॉयड अपडेट्स से परेशान होंगे। ऐसे में लोग अपडेट्स को जल्द से जल्द डाउनलोड करने के लिए इंटरनेट पर सर्च करते हैं। गूगल प्ले स्टोर पर ढेरों ऐसी एप मिल जाएंगी, जो अपडेट डाउनलोड करने का दावा करती हैं।
वहीं इनमें से एक एप है ‘अपडेट्स फॉर सैमसंग’, जो गूगल प्ले स्टोर पर फ्री में उपलब्ध है। लेकिन सच्चाई यह है कि सैमसंग स्मार्टफोंस के लिए अपडेट्स देने का दावा करने वाली इस एप का सैमसंग से कोई लेना-देना नहीं है। इस एप को फोन में इंस्टॉल करने के बाद यह एक एडवरटाइजमेंट पेज पर ले जाती हैं, जहां यूजर्स से पैमेंट के बदले अपडेट्स देने का दावा किया जाता है।
डेनमार्क की सॉफ्टवेयर सिक्योरिटी फर्म CSIS सिक्योरिटी ग्रुप ने खुलासा किया है कि अब तक एक करोड़ से ज्यादा यूजर्स इस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर चुके हैं। यूजर्स इस एप के ‘डाउनलोड फर्मवेयर’ सेक्शन में सबसे ज्यादा फर्मवेयर अपडेट्स को सर्च करते हैं।
मांगी जाती है 34.99 डॉलर की फीस
वहीं इस एप में एडवरटाइजमेंट्स की भरमार है और ये एप सैमसंग कंपनी से बिना किसी मान्यता और मंजूरी के फर्मवेयर और सॉफ्टवेयर अपडेट ऑफर कर रही है। वहीं इस एप में यह भी ऑप्शन दिया जाता है कि 34.99 डॉलर की फीस चुका कर सैमसंग फर्मवेयर अपडेट्स डाउनलोड करने का सालाना सबस्क्रिप्शन ले सकते हैं। वहीं खास बात यह है कि ये सबस्क्रिप्शन आधिकारिक तौर पर गूगल प्ले स्टोर के जरिये नहीं लिये जा रहे हैं।
फ्री में अपडेट्स डाउनलोड करने का भी ऑप्शन
वहीं यह एप आपके क्रेडिट कार्ड की जानकारियां ले कर दूसरी वेबसाइट से साझा कर देती है। वहीं वेबसाइट पर फ्री में अपडेट्स डाउनलोड करने का ऑप्शन भी दिया जाता है, लेकिन ये फ्री डाउनलोड्स एडवरटाइजमेंट्स होते हैं और इनकी स्पीड 56 केबीपीएस तक ही सीमित होने का दावा किया जाता है।
अपने सैमसंग फोन से तुरंत करें अन-इंस्टॉल
हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि इस एप के जरिये फोन में कोई मलवेयर आया है या नहीं, लेकिन ये स्पष्ट है कि ये खुद में ही बड़ा एडवेयर है। अब इस एप को गूगल प्ले स्टोर से भी हटा दिया गया है। अगर आपके सैमसंग फोन में यह एप है, तो इसे अन-इंस्टॉल कर दें। वहीं लेटेस्ट अपडेट्स के लिये सेटिंग्स -> अबाउट फोन -> सॉफ्टवेयर अपडेट, में जाकर लेटेस्ट अपडेट्स को चेक करें। साथ ही, इस तरह का दावा करने वाली थर्ड पार्टी पर कतई भरोसा न करें।