नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2019-20 के लिए आम बजट शुक्रवार को लोकसभा में पेश किया जाएगा। देश की पहली वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन मोदी सरकार 2 का यह पहला पूर्ण बजट पेश करेंगी। बजट से देश को बहुत उम्मीद है, वहीं सरकार के सामने सुस्त पड़ती अर्थव्यवस्था और जरूरत से कम नई नौकरियों की चुनौती है।
हाल के वर्षों में सरकार ने बजट घाटा सीमित रखने में कामयाबी हासिल की है। इसके लिए ईंधन पर टैक्स बढ़ाया गया और सबसिडी में कटौती की गई, लेकिन सीतारमन के समक्ष अलग तरह की चुनौती है।
उन्हें ऐसे समय राजकोषीय कौशल दिखाते हुए अर्थव्यवस्था की रफ्तार बढ़ाना है, जब टैक्स से होने वाली आय में आशंका से ज्यादा कमी आई है। बजट में कृषि और किसान, रोजगार, टैक्स स्लैब, बिजनेस क्लास, सर्विस सेक्टर, हेल्थ, एजूकेशन, रेलवे, बैंकिंग, रक्षा, शहरी तथा ग्रामीण विकास पर खास ध्यान रहेगा।
शेयर बाजार पर रहेगी नजर
बजट भाषण से पहले, इसके दौरान और बाद शेयर बाजार पर निवेशकों की खास नजर रहेगी। इससे पहले चालू वित्त वर्ष में विकास दर के सात फीसद रहने के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुमान के बाद गुरुवार को देश के शेयर बाजारों में लगाता चौथे सत्र में तेजी दर्ज की गई।
विश्लेषकों ने कहा कि आम बजट में खपत बढ़ाने और विकास तेज करने संबंधी कदमों की घोषणा की उम्मीद से भी बाजार में तेजी को बल मिला। बीएसई का सेंसेक्स 68.81 अंकों की तेजी के साथ 39,908.06 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 30 अंकों की तेजी के साथ 11,946.75 पर बंद हुआ।