तत्काल रेल टिकट के धंधे में लगी 1.25 लाख फर्जी आईडी पकड़ी

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नई दिल्ली। देश में फेस्टिवल, समर वेकेशन और हॉलीडे में रेल टिकट की डिमांड बढ़ जाती है। साथ ही इस दौरान टिकट रिजर्वेशन में धांधली भी बढ़ जाती है। ऐसे आईआरसीटीसी (IRCTC) ने इस फर्जीवाड़े को दूर रखने के लिए कई कदम उठाए हैं। रेलवे के मुताबिक 1 अप्रैल 2018 से 31 मई 2019 के दौरान करीब 1.26 लाख फर्जी यूजर आईडी को डिएक्टिवेट किया गया है।

तत्काल टिकट बुकिंग के लिए उठाए गए कदम
रेलवे ने एक यूजर केवल एक आईआरसीटीसी आईडी बनाने का नियम तय किया। इसके लिए उसे अपना मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी देना होता है।

एक यूजर एक माह में 6 से ज्यादा रेलवे टिकट नहीं बुक कर सकता है। हालांकि इस लिमिट को बढ़ाकर एक माह में 12 किया जा सकता है। इसके लिए आईआरसीटीसी यूजर आईडी को आधार नंबर से वेरिफाई करना होगा। आईआरसीटीसी की ओर से रोजाना एक यूजर आईडी से बुक किए जाने वाले टिकट की चेकिंग होती है और उन आईडी को डिएक्टिवेट किया जाता है, फर्जी टिकट बुकिंग के धंधे में लगी हुई हैं।

रोजाना तौर पर चंद मिनटों में फर्जी तरीके से तत्काल टिकट बुक किए जाते हैं। सुबह 8 से दोपहर 12 बजे तक एक यूजर लॉग-इन एक बुकिंग की जा सकती है। ई-टिकट बुकिंग के दौरान पैसेंजर डिटेल और कैप्चा दर्ज करने के लिए एक निश्चित वक्त दिया जाता है।