ज्यूरिख। भारतीयों द्वारा स्विस बैंकों में जमा धन का आंकड़ा 2018 में 955 मिलियन स्विस फ्रैंक यानी 6,757 करोड़ रुपए पहुंच गया। स्विस नेशनल बैंक डाटा के मुताबिक, 2018 में इसमें 6% की गिरावट आई। स्विस नेशनल बैंक (एसएनबी) द्वारा गुरुवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, 20 साल के दौरान स्विस बैंकों में भारतीयों द्वारा जमा की गई रकम में इससे ज्यादा गिरावट 2016 में दर्ज की गई थी। तब यह रकम 675 मिलियन स्विस फ्रैंक तक पहुंच गई थी।
एसएनबी द्वारा जारी सालाना आंकड़ों के मुताबिक, सभी विदेशी क्लाइंट्स द्वारा स्विस बैंक में जमा की गई राशि में भी 4% की गिरावट दर्ज की गई। 2018 में यह रकम 99 लाख करोड़ रु. पहुंच गई। एसएनबी की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीयों के जमा धन के बारे में जो आधिकारिक आंकड़ा दिया गया है, व्यक्तिगत तौर पर, कंपनियों द्वारा और भारत में स्थित स्विस बैंकों की शाखाओं के आधार पर दिया गया है। यह भारतीयों द्वारा यहां के बैंकों में जमा कालेधन के बारे में दिया गया आंकड़ा नहीं है।
इस आंकड़े में उस धन को शामिल नहीं किया गया है, जो भारतीयों, एनआरआई और या किसी अन्य ने दूसरे देशों में स्थित इकाइयों और कंपनियों के नाम पर जमा किया है।2018 में भारतीय क्लाइंट द्वारा जमा की गई रकम में इजाफा हुआ और यह 572 मिलियन स्विस फ्रैंक पहुंच गई। लेकिन, यहां पर बैंकों द्वारा जमा की गई रकम में गिरावट आई और यह 104 मिलियन स्विस फ्रैंक तक पहुंच गई। इसके अलावा सिक्युरिटीज और अन्य माध्यमों द्वारा जमा की गई भारतीयों की रकम में भी गिरावट आई।
2016 में स्विस बैंकों में जमा भारतीयों के धन में 44% गिरावट आई थी
2017 में स्विस बैंकों में जमा भारतीयों की रकम में 50% का इजाफा हुआ था। तब यह 7 हजार करोड़ रु. तक पहुंच गई थी। तब भारत स्विस बैंकों में रकम जमा करने के मामले में 73वें स्थान पर था। 2016 में जमा राशि में 44% की गिरावट के साथ भारत 88वें स्थान आ गया था।
2018 में स्विस बैंकों में जमा भारतीयों के धन पर एक अन्य रिपोर्ट भी जारी की गई। बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट (बीआईएस) के आंकड़ों के मुताबिक, भारतीयों द्वारा जमा धन में 2018 में 11% की गिरावट दर्ज की गई है। इस बैंक के आंकड़ों को पिछले साल भारत और स्विटजलैंड की सरकारों ने भारतीयों द्वारा जमा धन के मामले में ज्यादा विश्वसनीय बताया था।