विश्व संगीत दिवस पर संगीत पुस्तकों एवं वाद्य यंत्रों की प्रदर्शनी लगाई

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कोटा। विश्व संगीत दिवस पर शुक्रवार को राजकीय सार्वजनिक मण्डल पुस्तकालय कोटा की तरफ से तकरीबन 17,000 गीतो के नोटस संगीत पुस्तकों एवं वाद्य यंत्रों की प्रदर्शनी लगाई गयी, जिसका उदघाटन मुख्य अतिथी युवा गायक मुकेश शर्मा , अध्यक्ष सलीम रोबिंसन गायक एवं संगीतकार तथा विशिष्ठ अतिथी धीरज तोमर गायक द्वारा किया गया ।

इस अवसर पर प्रेरक गीतो से लोगों को अध्ययन एवं प्रतियोगियों का होसला बढाने बावत गायक मुकेश शर्मा ने “ रुक जाना नही तू कहीं हार के—— सुनाया वही गायक धीरज तोमर ने जीवन के दिन छोटे सही हम भी बडे दिलवाले” सुनाकर लोगों को प्रेरित किया ।

वयोव्रद्ध गायक सलीम रोबिंसन ने “ जिंदगी की यही रीत है हार के बाद ही जीत है” सुनाया साथ ही उन्होने संगीत कम्पोजीशन के टिप्स भी बताये ।इस अवसर पर डॉ. दीपक कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि लाईब्रेरी मे ऐसे भी गीतो का संग्रह है जो दुर्लभ है तथा इंटनेट पर उपलब्ध नही है तथा गीतकार की स्वयं की भाषा मे लिखित मौजूद है ।

कार्यक्रम संयोजिका शशि जैन ने बताया कि इस बार इसकी थीम – म्युजिक एट दी इंटरसेक्शन है जिसका भावार्थ है – चौराहों पर संगीत । इसी वजह से पूरा कार्यक्रम उसी रुप मे आयोजित कर संगीतप्रेमी पाठको को इस पर्व से रुबरु कराया । उन्होंने बताया कि फ्रांसीसियों की संगीत के प्रति दिवानगी की हद को देखते हुए 21 जून 1982 को आधिकारिक रूप से संगीत-दिवस की घोषणा हुई तभी से यह संगीतोत्सव मनाया जाता है। इस अवसर पर कई युवा पाठको ने अपनी पसंद के प्रेरक गीत सुने जिसका प्रबंधन अजय सक्सेना, सागर आजाद तथा नवनीत शर्मा ने किया ।