JEE अडवांस्ड 2019 का Result 14 को घोषित किया जायेगा

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कोटा। देश की प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस परीक्षा का परिणाम शुक्रवार को सुबह 10:00 बजे घोषित कर दिया जाएगा। आईआईटी रुड़की द्वारा जारी इनफॉरमेशन ब्रोशर के अनुसार कॉमन रैंक लिस्ट में स्थान पाने के लिए सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों को कुल न्यूनतम 35% अंक तथा प्रत्येक विषय में 10% अंक हासिल करने हैं।

प्रतिष्ठित आईआईटी संस्थानों में प्रवेश के लिए निश्चित तौर पर कड़ी परीक्षा ली जाती है। सभी विषयों के साथ, विद्यार्थी की प्रत्येक विषय पर पकड़ को जांचा जाता है। करियर प्वाइंट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट देव शर्मा ने बताया कि कॉमन रैंक लिस्ट में स्थान पाकर जोसा द्वारा आयोजित काउंसलिंग में भाग लेने हेतु विद्यार्थी को कुल अंकों की एक न्यूनतम पात्रता के साथ ही प्रत्येक विषय में न्यूनतम अंको की पात्रता भी हासिल करनी होती है।

देव शर्मा ने स्पष्ट किया कि जेईई एडवांस 2019 का प्रश्न पत्र के लिए कुल अधिकतम अंक 372 है। फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा मैथमेटिक्स प्रत्येक विषय के अधिकतम अंक 124 है। अर्थात यदि सामान्य वर्ग के विद्यार्थी को कॉमन रैंक लिस्ट में स्थान प्राप्त करना है तो निश्चित तौर पर कुल अंक 130 से अधिक होने आवश्यक है। तथा फिजिक्स केमेस्ट्री,मैथमेटिक्स प्रत्येक विषय में कुल 12 अंकों से अधिक अंकों की आवश्यकता है।

देव शर्मा ने यहां जोर देकर स्पष्ट किया कि प्रत्येक विषय के कुल अंको से तात्पर्य उस विषय के पेपर-1 व पेपर- 2 के अंकों का योग है। इसी प्रकार कुल अंकों का तात्पर्य पेपर -1 एवम् पेपर-2 के अंको के योग से है। ईडब्ल्यूएस श्रेणी के लिए प्रत्येक विषय में 11 से अधिक अंक तथा कुल अंको का 117 से अधिक होना आवश्यक है।

एससी, एसटी तथा दिव्यांग श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए प्रत्येक विषय में 6 से अधिक अंक तथा कुल अंकों का 65 से अधिक होना आवश्यक है। आरक्षित वर्ग के विद्यार्थी यदि महत्वपूर्ण प्रीपरेटरी कोर्स की पात्रता हासिल करना चाहते हैं तो प्रत्येक विषय में 3 से अधिक अंक तथा कुल अंक 32 से अधिक होना आवश्यक है।

अत्यंत तार्किक है टाई से संबंधित नियम टाई होने की स्थिति में धनात्मक अंको को सर्वोच्च प्राथमिकता अधिक उम्र सहायक नहीं देव शर्मा ने स्पष्ट किया कि जेईई एडवांस-2019 के परीक्षा परिणाम जारी करने के लिए टाइ होने की स्थिति के नियम बिल्कुल अलग एवं अत्यधिक तार्किक है।

यदि दो या दो से अधिक विद्यार्थियों के कुल अंक समान है तो निश्चित तौर पर टाई होता है। टाई की स्थिति में विद्यार्थी के धनात्मक अंको को प्राथमिकता दी जाती है। अर्थात जिस विद्यार्थी के धनात्मक अंक ज्यादा है, उसे बेहतर रैंक प्राप्त होती है। यदि धनात्मक अंक भी समान है तो फिर गणित विषय के अंकों को प्राथमिकता दी जाती है। तत्पश्चात भौतिक विज्ञान के अंको की प्राथमिकता के आधार पर रैंक निर्धारित होती है।

देव शर्मा ने स्पष्ट किया एम्स जैसी प्रतिष्ठित मेडिकल प्रवेश परीक्षा में जो कि हाल ही में 25 एवं 26 मई को संपन्न हुई है, टाई होने की स्थिति में क्रमशः बायोलॉजी, रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, सामान्य ज्ञान तथा विद्यार्थी की अधिक उम्र को प्राथमिकता दी जाती है।

किंतु जेईई एडवांस में टाई होने की स्थिति में रसायन विज्ञान विषय को तथा विद्यार्थी की उम्र को कोई प्राथमिकता नहीं दी जाती। निश्चित तौर पर विद्यार्थी की उम्र को प्राथमिकता देना तार्किक नहीं है। जेईई एडवांस विद्यार्थी की उम्र को प्राथमिकता ना देकर तर्कपूर्ण निर्णय लेता है।