राजस्थानी फिल्म ‘पक्की हीरोगिरी’ 26 को कोटा में होगी रिलीज, देखिये ट्रेलर

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पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए राजस्थानी फिल्म पक्की हीरोगिरी के नायक अरविंद कुमार।

कोटा। राजस्थानी भाषा कला संस्कृति को बढ़ावा देने और समाज में व्याप्त कुरीतियों एवं बुराइयों को समाप्त करने के उद्देश्य से बनाई गई राजस्थानी फिल्म ‘पक्की हीरोगिरी’ 26 अप्रैल को कोटा में प्रदर्शित की जाएगी।

फिल्म के मुख्य अभिनेता एवं पटकथा लेखक अरविन्द कुमार ने बुधवार को कोटा में मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि यह राजस्थानी फिल्म कोटा से पूर्व देश के कई बड़े शहरों में रिलीज की जा चुकी है। थ्री ब्रदर्स फिल्म के बैनर तले निर्मित यह राजस्थानी फिल्म ‘पक्की हीरोगिरी’ 26 अप्रैल को कोटा के मयूर सिनेमा में रिलीज की जाएगी।

इस मौके पर उन्होंने मीडिया को फिल्म का प्रोमो दिखाते हुए बताया कि फिल्म की कहानी आम आदमी के जीवन से जुडी रोजमर्रा की परेशानियों को लेकर है। फ़िल्म का नायक अपना सब कुछ खोकर एक दिन नास्तिक व्यक्ति बन जाता है। लोगों की भलाई में एक दिन गुंडे उसका मर्डर कर देते हैं। वह बताते हैं कि मरने के बाद वह भगवान के पास जाते हैं।

उनके अच्छे कर्मों का लेखा-जोखा देखकर भगवान उनको स्वर्ग में भेजना चाहते हैं। लेकिन फिल्म का नायक स्वर्ग में जाने के बजाय नरक में जाना चाहता है। उनका कहना है इस ज़माने में भगवान बनाना आसान है. लेकिन इंसान बनना मुश्किल। इन्हीं जीवन मूल्यों पर आधारित यह फिल्म है। यहां आप इस फिल्म का ट्रेलर देखिये –

फ़िल्म की कास्टिंग के बारे में उन्होने बताया कि फिल्म की नायिका लोक कलाकार पद्मश्री से सम्मनित गुलाबो की बेटी राखी है। फिल्म में राजस्थानी फिल्मो की प्रसिद्ध नायिका एवं टीवी सीरियल दिया और बाती फेम भाभो नीलू ने भी काम किया है। इसके अलावा सुरेन्द्रपाल, राजा हसन, अली खां आदि मुख्य भूमिका में हैं।

सह निर्देशक निषेध सोनी ने बताया कि राजस्थान की छिपी हुई प्रतिभाओं को उजागर करने के लिए फ़िल्म में अधिकतर कलाकार राजस्थान के ही हैं। फिल्म के निर्माता हितेश कुमार , एमएम गुप्ता, निर्देशक सुनीत कुमावत औरसंगीतकार आदित्य गौड़ हैं। फिल्म की शूटिंग जयपुर, अजमेर और ब्यावर आदि शहरों में की है।

लाइन प्रोड्यूसर सुभाष सोरल ने बताया कि कोटा से पहले यह फिल्म हैदराबाद में रिलीज की जा चुकी है। वहां सफलता के नए आयाम स्थापित करने के बाद कोटा में प्रदर्शित की जाएगी। उनका कहना है कि हमारा उद्देश्य सिंगल स्क्रीन सिनेमा को प्रोत्साहन देना है।