नयी दिल्ली। फिच रेटिंग्स ने अगले वित्त वर्ष के लिये देश की आर्थिक वृद्धि दर का पूर्वानुमान सात प्रतिशत से घटाकर 6.80 प्रतिशत कर दिया। एजेंसी ने अपने वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में कहा, ‘‘हालांकि हमने अर्थव्यवस्था में उम्मीद से कमतर तेजी के कारण अगले वित्त वर्ष के लिये आर्थिक वृद्धि दर का पूर्वानुमान कम किया है।
इसके बाद भी देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वित्तवर्ष 2019-20 में 6.8 प्रतिशत और वित्तवर्ष 2020-21 में 7.10 प्रतिशत की दर से बढ़ेगा।’’ फिच ने पिछले साल दिसंबर में चालू वित्त वर्ष के लिये आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 7.8 प्रतिशत से घटाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया था।
फिच ने कहा, ‘‘हमने आधार दर के बारे में अपना परिदृश्य बदला है और हमें पहले की आशंका के अपेक्षाकृत आसान वैश्विक मौद्रिक परिस्थितियां तथा मुद्रास्फीति के दायरे में रहने के कारण आधार दर में 0.25 प्रतिशत की एक और कटौती का अनुमान है।’’