देश में इस बार 65 से 70 लाख बोरी धनिया की पैदावार होने का अनुमान

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कोटा। इस वर्ष देश में 65 से 70 लाख बोरी धनिया की पैदावार होने का अनुमान है। इतना ही पिछले वर्ष का स्टाक होने से इस वर्ष की उपलब्धता 1.30 करोड़ बोरी रहेगी। धनिये का निर्यात व औसत घरेलू खपत 1.20 करोड़ बोरी होने से इसकी डिमांड बनी रहेगी, जिससे मंदी आने की संभावना नहीं रहेगी।

यह जानकारी रविवार को झालावाड रोड पर एक होटल में आयोजित तृतीय नेशनल धनिया सेमिनार में खा़द्य पदार्थ कन्वेसिंग एजेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाशचंद दलाल ने दी। उन्होंने बताया कि सेमिनार के दो सत्रों में हुई पैनल चर्चा के अनुसार यह निष्कर्ष सामने आया है।

सेमिनार का उद्घाटन करते हुये संभागीय आयुक्त एल.एन.सोनी ने कहा कि हरे धनिये की राजस्थान में अच्छी पैदावार हो रही है, ऐसे उपयोगी सेमिनार से इसके निर्यात के लिये नये रास्ते खुलेगे, जिससे हाड़ौती अंचल के किसानों को लाभ मिलेगा।

मेरी मां को पसंद कोटा का धनिया: विधायक कल्पना देवी
प्रथम सत्र में लाडपुरा विधायक कल्पना देवी ने कहा कि हमें खुशी है हाडौती के किसान यहां के धनिये की खुशबू देश से बाहर तक फैला रहे हैं। मेरी मां शिमला से फोन करके कोटा से धनिया मंगवाती है। इसका निर्यात बढाने के लिये कोटा में जल्द हवाई सेवा प्रारंभ करने के लिये प्रयास तेज करेंगे। राजस्थान में इसका रकबा लगातार घट रहा है, जबकि पैदावार अच्छी हो रही है, इसे बढाने के लिये आवाज उठाएंगे।

धनिया सेमिनार में उपस्थित विधायक कल्पना देवी।

धनिये की नई किस्म इजाद करने पर शोध
विशिष्ट अतिथि हॉर्टिकल्चर विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ.रामअवतार शर्मा एवं पीके गुप्ता ने कहा कि उद्योग वानिकी द्वारा बोरखेडा में धनिये की नई किस्म इजाद करने पर शोध चल रहा है, जिसमें इसमें ऑयल की मात्रा बढाई जा सके। धनिये में ऑयल बढने से विदेशों में इसकी डिमांड और बढ जाएगी। किसानों को जागरूक करने के लिये ऐसे सेमिनार बहुत फायदेमंद हैं।

मसाला कंपनियां खरीदती हैं 50 फीसदी धनिया
आची मसाला फूड्स, चेन्न्ई के सीनियर मैनेजर एस. धंडापनी ने कहा कि हम राजस्थान में कोटा, रामगंजमंडी व मप्र के कुंभराज से अच्छी क्वालिटी का धनिया खरीदते हैं। यहां देश में नबर-1 क्वालिटी मिलती है। हम सभी देशों मे मसाला निर्यात करते हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि किसान धनिये की खेती में पेस्टिसाइड्स का प्रयोग कम करें और आर्गेनिक को बढावा दें।

45 हजार मीट्रिक टन धनिया निर्यात होने की संभावना
सबसे बड़ी धनिया निर्यातक कंपनी पीसी कनन, विरूद्धनगर के निदेशक पीसीके महेश्वरन ने कहा कि पिछले 2 वर्षों में धनिये का निर्यात कम रहा, लेकिन इस वर्ष 45 हजार मीट्रिक टन (10 लाख बोरी) धनिया निर्यात होने की संभावना है। हमारे देश में धनिये की फसल तैयार हो गई है, जबकि रूस व यूक्रेन में नई फसल जुलाई के अंत तक आएगी। उन्होने कहा कि राजस्थान व मप्र के हरे धनिये की दुनिया में सबसे अधिक डिमांड रहती है।

कोटा में एयर कनेक्टिविटी की कमी अखरी
धनिया ब्रोकर महावीर गुप्ता व किरीट भाई ने कहा कि नेशनल धनिया सेमिनार में देश के व्यवसायियों ने धनिया पैदावार, फसल पूर्वानुमान, क्वालिटी, खपत आदि पर पैनल चर्चा कर उपयोगी सुझाव दिये। एसोसिएशन के सचिव रतनलाल गोचर ने सभी प्रतिनिधियों का आभार जताया। दक्षिण भारत से एक दिन पूर्व आए प्रतिनिधियों ने कहा कि कोटा में एशिया की सबसे बडी भामाशाह मंडी होने से यहां एयर कनेक्टिविटी आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।

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