जीएसटी की दर कम कराने के लिए मार्बल, वाहन कलपुर्जा कारोबारी लामबंद

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  • जीएसटी दर में कमी के लिए राज्यों के वित्त मंत्रियों से दबाव डलवाएंगे कारोबारी
  • मार्बल कारोबारी दबाव बनाने के लिए राष्ट्र्रीय स्तर पर कर सकते हैं बाजार बंद

नई दिल्ली। मार्बल व वाहन के कलपुर्जे बनाने वाले कारोबारी इन उत्पादों पर जीएसटी की दर कम करवाने के लिए जीएसटी परिषद की अगली बैठक से पहले राष्ट्रीय स्तर पर लामबंद हो रहे हैं। ये कारोबारी अब राज्यों के वित्त मंत्रियों पर जीएसटी दर कम करवाने के लिए दबाव डालेंगे। दरअसल जीएसटी परिषद ने रविवार को 66 वस्तुओं पर जीएसटी दर घटा दी, लेकिन मार्बल व ऑटो पाट्र्स पर जीएसटी 28 फीसदी से कम करने की कारोबारियों की मांग फिलहाल नहीं मानी।

दिल्ली मार्बल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप भारद्वाज ने कहा कि सरकार मार्बल पर वैट व केंद्रीय उत्पाद शुल्क जोड़कर जीएसटी की उच्च दर की वकालत कर रही है, जबकि छोटे कारोबारी उत्पाद शुल्क के दायरे में नहीं आते हैं और मार्बल के मुख्य केंद्र राजस्थान में 5 फीसदी वैट लगता है। मार्बल व ग्रेनाइट पर वैट की अधिकतम दर 14 फीसदी है।

भारद्वाज ने कहा जीएसटी परिषद ने रविवार को मार्बल पर जीएसटी 28 फीसदी कम करने की मांग नहीं मानी। अब कारोबारी अगली बैठक से पहले जीएसटी दर कम करवाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर लामबंद हो रहे हैं। देश भर की मार्बल कारोबारी संगठनों से राज्यों के वित्त मंत्रियों पर दबाव डालने के लिए बातचीत चल रही है। 

दिल्ली के मार्बल कारोबारियों ने दिल्ली के वित्त मंत्री से आज मुलाकात भी की। कारोबारी 15 जून को राष्ट्रीय स्तर पर मार्बल बाजार बंद करने पर भी विचार कर रहे हैं। हालांकि अभी अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। ऑटोमोटिव पार्टस मर्चेंट एसोसिएशन (अपमा) के सचिव उमेश सेठ ने कहा ट्रैक्टर पार्ट्स पर जीएसटी 28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी कर दिया।

लेकिन ऑटो पार्ट्स पर नहीं घटा, जबकि कई पार्ट्स कार व ट्रैक्टर में समान होते हैं। ऐसे में इस विसंगति से कारोबारियों को नुकसान होगा। अपमा ने देश भर के ऑटो पार्ट्स कारोबारी संगठनों को अपने राज्य के वित्त मंत्रियों पर अगली बैठक में ऑटो पार्ट्र्स पर जीएसटी दर घटवाने के लिए दबाव डालने के लिए पत्र लिखा है।

चैंबर ऑफ  ट्रेड एंड इंडस्ट्री के संयोजक बृजेश गोयल कहते हैं कि ऑटो स्पेयर पाट्र्स, मार्बल, टिंबर, इलेक्ट्रिकल पाट्र्स, हार्डवेयर एवं बाथरूम फि टिंग, ब्रांडेड अनाज/ दाल/ चावल /आटा,प्लास्टिक वेस्ट ए गोटा जरी आदि पर जीएसटी की उच्च दर न घटने से कारोबारी निराश हैं। हालांकि ट्रैक्टर पाट्र्स, स्टेनलेस स्टील कटलेरी, मेवे, अगरबत्ती, कंप्यूटर पाट्र्स, प्लास्टिक बीड्स आदि वस्तुओं की दरों में कटौती से कारोबारी खुश हैं।