जयपुर। राजस्थान के बेरोजगार युवक और युवतियों के लिए राज्य सरकार खुशखबरी लेकर आई है. राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य के पढ़े लिखे बेरोजगार युवकों को 3000 रुपए और युवतियों, दिव्यांगों को 3500 रुपये प्रतिमाह का बेरोजगारी भत्ता देने जा रही है। यह बेरोजगारी भत्ता 1 फरवरी से ही लागू हो गया है, लेकिन ये भत्ता 1 मार्च से मिलने जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत ने इस मामले के आदेश रविवार को जारी कर दिए हैं।
सूत्रों के अनुसार राज्य में सबसे ज्यादा 63,043 बेरोजगार जयपुर में रजिस्टर्ड है। यह प्रदेश के कुल बेरोजगारों का 10.22 फीसदी है. बेरोजगारी भत्ते के ऐलान के साथ ही रजिस्ट्रेशन करवाने वालों की संख्या में तेजी से बढोतरी हो रही थी।
सरकारी रिकॉर्ड को आधार माना जाए तो इस वक्त रोजगार कार्यालय में 6 लाख 16 हजार 706 बेरोजगार रजिस्टर्ड है. लेकिन इसमें से केवल उन्ही स्टूडेंट्स को बेरोजगारी भत्ता मिलेगा, जिसके परिवार की आय 2 लाख रुपये या उससे कम है।
जानिए क्या है 3 मुख्य अहर्ताएं
- बेरोजगारी भत्ते का लाभ लेने के लिए राजस्थान का निवासी होना जरूरी है।
- राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन।
- बेरोजगार युवक के परिवार की आय 2 लाख रुपए तक या उससे कम हो ।
सरकार तय कर रही है भत्ते की समयसीमा
इस बात पर मंथन हो रहा है कि कितने समय तक बेरोजगारी भत्ता देय होगा। राज्य सरकार के इस निर्णय से प्रदेश के करीब एक लाख शिक्षित बेरोजगार युवा लाभान्वित होंगे. जबकि वर्तमान में इस योजना में 70 हजार युवाओं को लाभ मिल रहा है।
इस महत्वाकांक्षी घोषणा की क्रियान्विति के लिए राज्य सरकार प्रतिवर्ष 524 करोड़ रुपए व्यय करेगी। अक्षत योजना के तहत अभी प्रदेश में बेरोजगार पुरुषों को 650 रुपए और महिला, विशेष योग्यजन बेरोजगारों को 750 रुपए बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है।