नई दिल्ली। सरकार जल्द ही देश में चिप आधारित ई-पासपोर्ट सेवा जारी कर सकती है। इस सेवा को इंडिया सिक्योरिटी प्रेस (ISP), नासिक तैयार करेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने 15वें प्रवासी भारतीय दिवस के उद्घाटन समारोह में इसकी घोषणा की। बता दें कि ISP को केंद्र सरकार की ओर से इसके निर्माण के लिए मंजूरी भी मिल गई है।
आईआईटी कानपुर, आईएसपी और एनआईसी इस प्रोजेक्ट पर साथ मिलकर काम कर रहे हैं। चिप आधारित इस पासपोर्ट के लिए आईआईटी कानपुर और नेशनल इनफार्मेशन सेंटर (NIC) ने मिलकर सॉफ्टवेयर तैयार किया है।
गौरतलब है कि शीत सत्र के दौरान विदेशी मामलों के राज्य मंत्री वीके सिंह ने संसद को ई-पासपोर्ट के बारे में बताया था। उन्होंने जानकारी दी थी कि मिनिस्ट्री ऑफ़ एक्सटर्नल अफेयर्स की ई-पासपोर्ट जारी करने की योजना है, जिसमें एडवांस्ड सिक्योरिटी फीचर्स और प्रिंटिंग व पेपर क्वालिटी बेहतर होगी।
क्या है ई-पासपोर्ट
एडवांस्ड सिक्योरिटी फीचर्स से लैस ई-पासपोर्ट पर आवेदक के डिजिटल साइन होंगे और यह चिप में स्टोर होगा। अगर किसी शख्स द्वारा इस चिप को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जाती है तो उसका पासपोर्ट बेकार हो जाएगा। इसके अलावा चिप में स्टोर की हुई जानकारी को बिना फिजिकल पासपोर्ट को नहीं पढ़ा जा सकेगा।
क्या होगी खासियत
ई-पासपोर्ट के आगे और पीछे के कवर मोटे होंगे। इसके अलावा पीछे के कवर पर छोटा सा सिलिकॉन चिप लगा होगा। इसका साइज़ पोस्टेज स्टांप से भी छोटा होगा। इस चिप को रीड करने में महज कुछ सेकंड ही लगेंगे। चिप की मेमोरी 64 किलोबाइट होगी। इसमें 30 विजिट्स और अंतरराष्ट्रीय यात्राओं की जानकारी स्टोर हो सकेगी।