टेलीविजन वर्ल्ड में एक इनोवेशन होने जा रहा है। दरअसल, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी सैमसंग एक ऐसे स्मार्ट टीवी पर काम कर रही है, जिसे इंसान अपने दिमाग से कंट्रोल कर सकेगा। सैमसंग ने इसके लिए स्विट्जरलैंड के इकोल पॉलिटेक्निक फेडरल डी-लॉसैन (EPFL) के सेंटर ऑफ न्यूरोप्रोस्थेटिक्स के साथ हाथ मिलाया है और इसे ‘प्रोजेक्ट प्वॉइंट्स’ नाम दिया है।
सोचने से ही बदल जाएंगे टीवी चैनल
सैमसंग इस प्रोजेक्ट पर पिछले तीन महीनों से काम कर रहा है और अगले साल स्विट्जरलैंड में इसका ट्रायल शुरू होने की उम्मीद है। सैमसंग की इस टेक्नोलॉजी की मदद से सिर्फ सोचकर ही टीवी पर चैनल को बदला जा सकेगा। इतना ही नहीं, सिर्फ सोचने भर से टीवी का वॉल्यूम एडजस्ट हो सकेगा। सैमसंग ने डेवलपर कॉन्फ्रेंस में इसका प्रोटोटाइप भी पेश किया था।
ऐसे काम करेगा टीवी
सैमसंग की इस टेक्नोलॉजी में ब्रेन कम्प्यूटर इंटरफेस (बीसीआई) का इस्तेमाल किया जाएगा जो व्यूअर को टीवी सेट से जोड़ेगा। इस बीसीआई में 64 सेंसर के अलावा एक आई-मोशन ट्रैकर लगा होगा। यह एक तरह का हेडसेट है। यही इंसानी दिमाग से निकलने वाली तरंगों के जरिए उनके सुझावों को समझेगा और फिर आंखों के मूवमेंट से इन सुझावों की पुष्टि करेगा। इसी की मदद से टीवी को कंट्रोल किया जाएगा।
मानव मस्तिष्क को समझ रहे हैं वैज्ञानिक
इस टेक्नोलॉजी पर काम करने के लिए वैज्ञानिक इंसानी दिमाग से निकलने वाली तरंगों को भी समझने की कोशिश कर रहे हैं। वैज्ञानिक यह पता लगा रहे हैं कि टीवी देखते समय इंसान का दिमाग क्या सोचता है और किस तरह व्यवहार करता है।
टीवी से बात करने की टेक्नोलॉजी पर भी हो रहा काम
सैमसंग और EPFL एक ऐसी टेक्नोलॉजी पर भी काम कर रहे हैं, जिसकी मदद से यूजर अपने दिमाग से निकलने वाली तरंगों की मदद से टीवी से बात कर सकते हैं। इस टेक्नोलॉजी से सबसे ज्यादा फायदा दिव्यांगों को होगा। सैमसंग के अलावा और भी कंपनियां ब्रेन कम्प्यूटर इंटरफेस पर काम कर रही हैं, जो मशीन के साथ बातचीत करने में इंसानों की मदद करेगी।