नई दिल्ली। खुदरा मुद्रास्फिति सितंबर में बढ़कर 3.77 प्रतिशत हो गई है, जो अगस्त में 3.69 प्रतिशत थी। सांख्यिकी मंत्रालय की तरफ से ये आंकड़े जारी किए गए हैं। बताया जा रहा है कि तेल, खाने-पीने की चीजों के दाम बढ़ने और रुपये के डॉलर के मुकाबले लगातार कमजोर होने की वजह से खुदरा मुद्रास्फिति में यह परिवर्तन आया है।
रॉयटर्स के एक सर्वे में सामने आया था कि सितंबर में खुदरा मुद्रास्फिति 4 प्रतिशत तक जा सकती है, जो अगस्त में 10 महीने के सबसे नीचे के पायदान 3.69 प्रतिशत से कम है। एक अन्य आंकड़ों में बताया गया है कि अगस्त में इंडस्ट्रियल आउटपुट (आईआईपी) 4.3 प्रतिशत तक बढ़ा, जो पिछले साल इसी महीने में 4.8 प्रतिशत तक बढ़ा था।
आईआईपी की ग्रोथ मई से अब तक की सबसे कम ग्रोथ है, मई में आईआईपी ग्रोथ 3.9 प्रतिशत थी। फैक्ट्री ग्रोथ जून में 6.8 प्रतिशत तक बढ़ा और जुलाई में 6.5 प्रतिशत तक बढ़ा। आरबीआई ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया था, जबकि जानकारों को इसके बढ़ने की उम्मीद थी।