जयपुर। सांगानेर एयरकार्गों पर तीन दिन पहले आयकर विभाग की ओर से पकड़ी गई सोने की 200 किलो और चांदी की करीब 3500 किलो ज्वेलरी के मामले में लगातार तीसरे गुरुवार को भी जांच जारी रही। आयकर विभाग ने करीब 70 व्यापारियों को जांच के दायरे में लिया है। इनमें से 9 बड़े व्यापारियों के व्यावसायिक ठिकानों पर तीन दिन तक आयकर सर्वे किया गया है।
इस दौरान किए गए स्टॉक वेरिफिकेशन में 12 करोड़ रुपए की ज्वैलरी का फर्क मिला है। शेष बचे 61 छोटे- मोटे ग्रुप व फर्मों को आयकर विभाग ने नोटिस भेजा है। इसमें कहा गया है कि सोने-चांदी से संबंधित स्टॉक के दस्तावेज दिखाकर वे अपना माल छुड़वा सकते हैं।
विभाग के अफसरों का कहना है कि जो स्टॉक मुंबई भेजा था, उसकी मात्रा जयपुर पहुंचने पर बढ़ी है। ज्वैलर्स ने सोने की करीब 150 किलो ज्वैलरी भेजी थी। लेकिन जयपुर में डिलीवरी में वजन 200 किलो से ज्यादा है। विभाग इस अवैध स्टॉक की जानकारी मांग रहा है।
सबसे बड़े ज्वैलरी शो में भेजी थी
जयपुर के करीब 150 ज्वैलर देश के सबसे बड़े ज्वैलरी शो इंडियन इंटरनेशनल में भाग लेने मुंबई गए थे। 8 से 12 अगस्त तक आयोजित शो में ज्वैलर्स ने तीन कंसाइनमेंट एयरकार्गो से भेजे थे। दो तो डिलीवर हो गए। 200 किलो सोना व 3500 किलो चांदी की ज्वैलरी वाले तीसरे कंसाइनमेंट को जांच के लिए आयकर विभाग ने रोक लिया।
100 करोड़ तक कीमत आंकी जा रही है ज्वैलरी की, क्योंकि इस पर बेहतरीन कारीगरी व नगीने का काम है। पहले कीमत करीब 76 करोड़ रु. आंकी गई थी। हालांकि विभाग ने मूल्यांकन नहीं कराया है।
प्रदेशभर के ज्वैलर्स एकजुट हुए, आयकर विभाग के ऑफिस पहुंचे
कार्रवाई के विरोध में प्रदेशभर की ज्वैलर्स एसोसिएशन एक हो गई। पदाधिकारी गुरुवार को आयकर विभाग के ऑफिस पहुंचे और कहा कि छोटी-मोटी कागज की कमियां मिलने का मतलब ये नहीं है कि व्यापारी गलत हैं।