कोटा। जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड द्वारा शहर में दोहरी नीति अपनाते हुए राजीव गाँधी नगर में बने आवासीय प्लाटों पर बने होस्टलों में तो आवासीय दर से विद्युत शुल्क लिया जा रहा है, जबकि लेण्डमार्क सिटी कुन्हाड़ी में पिछले चार वर्षो में कनेक्शन का चार्ज एवं विद्युत शुल्क व्यावसायिक दर से लिया जा रहा है।
इस मामले में सोमवार को चम्बल होस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष विश्वनाथ शर्मा एवं सचिव मनीष समदानी, कोषाध्यक्ष मनीष मूंदड़ा, संरक्षक मुरली नरवाल, अर्थ संग्रह मंत्री विशाल पाठक के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौपा।
अध्यक्ष विश्वनार्थ शर्मा ने कहा कि एक ही शहर में सरकार दो कानून लागू कर रखे है, जबकि इस क्षेत्र में होस्टल में नगर विकास न्यास द्वारा अनुमोदित आवासीय भूखण्डों पर ही बने हुए है इस तरह का सोतेला व्यवहार विभाग द्वारा इस क्षेत्र के वसींदों के साथ पैसा कमाकर धोखाधड़ी कर रहा है।
उन्होंने जिला कलेक्टर से मांग की कि इस मामले की जांच करवाकर हमारे विद्युत शुल्क को व्यवसायिक से आवासीय श्रेणी में करवाया जाये और जो करोड़ों रुपये की वसूली बिजली विभाग द्वारा हमसे वसूली गई उसे वापस दिलाये जाये।
इस मसले को लेकर एसोसिएशन ने क्षेत्र के विधायक प्रहलाद गुंजल, कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी से भेंट कर उन्हें अवगत कराया और राहत दिलाने की मांग की। अगर मांगे नहीं मानी गई तो एसोसिएशन के सभी लोग सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगे और कोर्ट जाकर जनहित याचिका दायर करेंगे।
कोटा व्यापार महासंघ की कार्यकारिणी की बैठक आज
कोटा व्यापार महासंघ की कार्यकारिणी बैठक 7 अगस्त को शाम 4.00 बजे न्यू माहेश्वरी रेस्टोरेन्ट छावनी पर आयोजित की जायेगी। जिसमें जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड एवं के.ई.डी.एल. विवाद पर जयपुर डिस्कोम विभाग के चैयरमेन आर.जे. गुप्ता द्वारा दी गई राहत स्थाई रूप से लागू करवाने के लिए चिंतन किया जायेगा।
व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया कि शहर में आवासीय भूखण्डों पर निर्मित मकानों पर कॉमर्शियल शुल्क वसूला जा रहा है, जो गलत है। अन्य क्षेत्रों में भी शुल्क वसूला जा रहा है। कार्यकारिणी की बैठक में इन सभी पर चिंतन किया जायेगा और आगे की रूपरेखा तय की जायेगी।