कोटा। हाड़ौती में इस बार लहसुन की बंपर पैदावार हुई। लेकिन किसानों की उम्मीद पर सरकार लहसुन खरीदने में विफल रही। बाजार हस्तक्षेप योजना के तहत साढ़े 12 लाख क्विंटल लहसुन खरीद की एवज में 30 जून तक सरकार ने सवा 7 लाख क्विंटल लहसुन खरीद करके खरीद का बंद कर दिया।
करीब 45 हजार किसान जिन्होंने खरीद के लिए पंजीयन करवाया था। वह खरीद बंद होने से अपना लहसुन नहीं बेच पाए। इस बात को लेकर किसानों व इनकी आवाज उठाने वाले किसान संगठन सरकार के प्रति आक्रोशित हैं। इनमें से एक संगठन भारतीय किसान संघ राजस्थान प्रदेश चितौड़ प्रांत के बैनर तले कोटा जिले की महिला किसानों ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पर बाहर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया।
महिला किसानों ने खरीद बंद होने से घरों पर रखा-रखा खराब हो रहे लहसुन की मालाएं पहनकर सरकार के सामने लहसुन उत्पादक किसानों की पीड़ा को प्रदर्शित किया। संघ से चितौड़ प्रांत की महिला प्रमुख भारती नागर ने कहा धरने के बाद उन्होंने एडीएम सिटी को सीएम के नाम ज्ञापन दिया।
उक्त मांग व खरीद बंद से गुस्साई महिला किसानों ने सरकार के प्रति आक्रोश व्यक्त किया। इस मौके पर संघ से संभाग महिला प्रमुख रजनी धाकड़ व जिला कोटा महिला प्रमुख संतोष धाकड़ समेत सैकड़ों महिला किसान धरने में शामिल रही।