नई दिल्ली। पीएनबी के एलओयू के आधार पर नीरव मोदी, मेहुल चौकसी और उनकी कंपनियों की तरफ से विभिन्न कंपनियों/संस्थाओं को हजारों करोड़ का भुगतान करने वाले बैंकों को पीएनबी पैसे चुकाने पर राजी हो गया है। बैंक का कहना है कि मार्च के अंत तक वह सभी लेंडर्स के पैसे का भुगतान कर देगा।
13,000 करोड़ रुपये के बैंकिंग फ्रॉड में फंसे पीएनबी ने हालांकि इसके लिए एक शर्त भी रखी है। मामले से जुड़े दो सीनियर अधिकारियों ने इस बात की जानकारी दी। मामले से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार, ‘लेंडर बैंकों को पेमेंट करने के दौरान पीएनबी उन्हें एक लेटर सौंपेगा।
इस लेटर के अनुसार अगर जांच में यह पाया जाता है कि पीएनबी के एलओयू पर पेमेंट करने वाले बैंकों ने जानबूझकर बुरी नीयत से अगर ऐसा किया है तो उन्हें पूरी राशि वापस लौटानी होगी।’
अधिकारी के अनुसार जैसे ही बैंक इस शर्त पर राजी हो जाएंगे पीएनबी उन्हें भुगतान कर देगा। इन बैंकों ने मोदी, मेहुल चौकसी और उनकी कंपनियों की तरफ से एलओयू के आधार पर अन्य कंपनियों को पेमेंट किया था। पीएनबी के सशर्त पैसे देने की घोषणा से यूको बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और इलाहाबाद बैंक जैसे बैंकों को राहत मिली है।