वडोदरा। बैंक कर्मचारियों के संगठनों के शीर्ष मंच यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक एंप्लॉइज यूनियन (यूएफबीयू) ने 15 मार्च को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान वापस ले लिया है।
संगठन ने पंजाब नैशनल बैंक में धोखाधड़ी की बात सामने आने के बाद बैंकिंग प्रणाली में मौजूदा स्थिति तथा क्षेत्र में माहौल का हवाला देते हुए यह फैसला किया है।
ऑल इंडिया बैंक एंप्लॉइज एसोसिएशन (एआईबीईए) के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने आज बयान में कहा, मंच की सप्ताहांत बैठक हुई और 15 मार्च को प्रस्तावित हड़ताल को वापस लेने का फैसला किया गया।
बयान में कहा गया है कि जिस तरीके से पीएनबी में धोखाधड़ी हुई और जिस तरीके से गड़बड़ी सामने आई, उसको लेकर मंच काफी चिंतित है।
हालांकि बैठक में यह भी कहा गया कि पूर्ण रूप से जांच के बजाय निचले स्तर के कुछ कर्मचारियों को निशाना बनाया जा रहा है और ऐसा लग रहा है मानों इस धोखाधड़ी के लिए वे अकेले जिम्मेदार हैं।
मंच ने बैंक में निगरानी प्रणाली को लेकर सवाल उठाया और कहा, कोई भी इस तथ्य से इनकार नहीं कर सकता कि नियंत्रण और निगरानी के मोर्चे पर बड़ी लापरवाही हुई।
साथ ही इसकी भी आशंका है कि मामले में पीएनबी में विभिन्न शीर्ष अधिकारियों समेत प्रबंधन के स्तर पर मिलीभगत हो। संगठन ने रिजर्व बैंक की निगरानी प्रणाली की भूमिका भी निर्धारित करने की मांग की।