नई दिल्ली। टेलिकॉम कंपनी आइडिया सेल्युलर ने बुधवार को तीसरी तिमाही का रिजल्ट जारी किया जिसमें उसका घाटा बढ़कर 1,284.50 करोड़ रुपये दिखाया गया है। आइडिया को पिछले साल की दिसंबर तिमाही में ही 383.90 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
कंपनी ने एक रिलीज में कहा है कि 31 दिसंबर 2017 तक उसका कुल कर्ज 55,781.80 करोड़ रुपये था। इसमें नीलामी में प्राप्त स्पेक्टर्म के लिए डेफर्ड पेमेंट ऑब्लिगेशन के तहत डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकॉम का कर्ज भी शामिल है।
उसका कहना है कि नए मोबाइल टर्मिनेशन चार्ज (एमटीसी) और इंटरकनेक्शन यूजेज चार्ज (आईयूसी) में कटौती ने घाटे को बढ़ा दिया। कंपनी के मुताबिक, 31 दिसंबर 2017 को उसके 20 करोड़ 30 लाख ग्राहक थे।
तिमाही नतीजों की घोषणा के बाद बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर आइडिया सेल्युलर के शेयर 5 प्रतिशत टूटकर 94.10 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे। दिसंबर तिमाही में सारी जवाबदेहियों को हटाकर (EBITDA) हुई कमाई 18.5 प्रतिशत घटकर 1,223.3 करोड़ रुपये रह गई जो दूसरी तिमाही में 1,501.6 करोड़ रुपये थी।
वोडाफोन इंडिया के साथ मर्जर को लेकर कंपनी ने कहा कि अब रेग्युलेटरी अप्रूवल्स का इंतजार है और उम्मीद है कि दोनों कंपनियों के विलय की प्रक्रिया जून से पहले पूरी हो जाएगी।