नई दिल्ली। वर्ष 2017 में म्युचुअल फंड में रिकॉर्ड 1.37 करोड़ फोलियो जुड़े हैं। पिछले साल इनकी संख्या 70 लाख थी। 31 दिसबंर 2017 तक म्युचुअल फंड में फोलियो की कुल संख्या बढ़कर 6.65 करोड़ हो गई। जानकारों का कहना है कि म्युचुअल फंड के बारे में जागरूकता बढ़ने के चलते रिटेल इन्वेस्टर की भागीदारी तेजी से बढ़ी है।
एक इन्वेस्टर के कई फोलियो संभव
म्युचुअल फंड में हर निवेश को एक फोलियो कहा जाता है। इसलिए एक निवेशक के कई फोलियो हो सकते है। सेबी की तरफ से जारी आंकड़ों के अनुसार देश में 42 फंड हाउस है, जिनके पास 31 दिसबंर तक 6,6,486,373 फोलिया थे।
इन फोलियो की संख्या 31 दिसबंर 2016 में 5,2,820,155 थी। सेबी के डाटा के अनुसार नए फोलियो में से ज्यादातर इक्विटी एंड बैलेंस्ड कैटेगरी में जेनरेट हुए हैं।
निवेशक जागरूगता के चलते संभव हुआ
कोटक म्युचुअल फंड के सीआईओ हर्ष उपाध्याय के अनुसार निवेशकों के बीच जागरूगता के लिए चलाए गए कार्यक्रमों के चलते नए निवेशक तेजी से जुड़े हैं। इस वक्त इक्विटी लिंक सेविंग स्कीम (ईएलएसएस) में 1.24 करोड़ नए फोलियो जुड़े हैं, वहीं बैलेंस्ड कैटेगरी में 5.46 करोड़ फोलियो जुड़े हैं।
फोलियो का बढ़ना अच्छा संकेत
फ्रैंकलिन टेम्पलटन के प्रेसीडेंट संजय सर्पे के अनुसार म्युचुअल फंड की इस ग्रोथ में सबसे अच्छी बात फोलियो की संख्या का बढ़ना है। इससे संकेत मिलता है कि रिटेल इन्वेस्टर्स की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है।
2 लाख करोड़ बढ़ी आसेट अंडर मैनेजमेंट
म्युचुअल फंड की आसेट अंडर मैनेजमेंट (एएमयू) जनवरी से दिसबंर 2017 के बीच 2 लाख करोड़ रुपए बढ़ी है। इसमें से ईएलएसएस और इक्विटी फंड में करीब 1.5 लाख करोड़ रुपए का निवेश आया है।