कोटा। साजीदेहड़ा नाले के सौंदर्यीकरण से चम्बल को साफ रखने में मदद मिलेगी। इसका 5 किलोमीटर में सौंदर्यीकरण किया जाना तय किया गया है। चम्बल को साफ रखने में ग्रीन ब्रिज तकनीक का इस्तेमाल कर नालों को साफ करने की योजना भी कारगर सिद्ध होगी।
यह कहना है प्रोजेक्ट अभियंता गौरव का। गत दिवस सायं काल अपने प्रजेंटेशन में गौरव ने नालों के ट्रीटमेंट की तकनीकी जानकारी अभियंताओं की दी। दी इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इण्डिया कोटा लोकल सेंटर द्वारा प्रतिवर्ष की भॉति को सायं बजे संस्थान के इंजीनियर्स भवन झालावाड़ रोड, कोटा पर स्व.अब्दुल मतीन मेमोरियल व्याख्यान का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता चेयरमेन चन्द्रकान्त सिंह परमार ने की । उन्होंने समस्त अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य वक्ता गौरव ने बताया कि- साजीदेहड़ा नाला कोटा का एक प्राजेक्ट है, जिसके पूरा होने पर कोटा की कई समस्याओं का निराकरण होगा।
सीएम सक्सेना ने अब्दुल मतीन के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला, उन्होंने बताया कि वे इंजीनियर्स में बेमिसाल थे, उन्होंने कोटा में कई आवासीय कॉलोनियों का निर्माण करवाया जिसमें लो कोस्ट व गुणवत्ता का पूर्ण ध्यान रखा गया। उनका सपना था कि हर जरूरतमंद को आवास मिले।
डा0 विवेक माधव ने इंजीनियरिंग एवं स्पिरिचुअलिटी पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए बताया कि समय के परिवर्तन के साथ ही इंजीनियरिंग शिक्षा में कार्यकारी परिवर्तन की आवश्यकता है। उन्होंने विवेकानंद के आदर्शो पर चलने का आह्वान किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि धीरेन्द्र माथुर ने कहा कि सफाई के अभाव में स्मार्ट सिटी की बात केवल काल्पनिक ही कही जाएगी।
इसी के साथ यातायात के रेगुलेशन की व्यवस्था भी बनाने की जरूरत है। कोटा एवं मानद अतिथि राजस्थान आवाससन मण्डल के अधीक्षण अभियंता एमएम सिंह ने इंजीनियर्स का आह्वान करते हुए कहा कि इंजीनियर्स को मतीन के आदर्शों पर चलना चाहिये।
मंच संचालक सुनील बोहरा ने बताया कि इस तकनीकी व्याख्यान में जल संसाधन विभाग, नगर निगम, सीएडी विभाग, आईएमटीआई, राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, पॉलीटेक्निक कॉलेज, डीसीएम श्रीराम, राजस्थान परमाणु बिजली घर रावतभाटा, हैवी वाटर रावतभाटा, डीएससीएल, आई0एल0, राज0 आवासन मण्डल, कोटा थर्मल, नगर विकास न्यास, राजस्थान आवास विकास एवं इन्फ्रास्ट््क्र लिमिटेड एवं अन्य संस्थानों में कार्यरत अभियंतागण ने भाग लिया।