शिक्षक विद्यार्थियों के चरित्र, व्यक्तित्व और दृष्टि को आकार देने वाले मार्गदर्शक
कोटा। शिक्षा विभाग कर्मचारीगण सहकारी समिति 696वें कोटा-बारां की वार्षिक साधारण आमसभा में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शिक्षकों की समाज निर्माण में भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षा और सहकारिता के समन्वय से राष्ट्र निर्माण को गति मिलती है। वसुधैव कुटुम्बकम की भावना के अनुरूप सहकारिता आंदोलन ने विश्वभर में सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन की दिशा में क्रांतिकारी बदलाव लाया है। इस आंदोलन में शिक्षकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है, क्योंकि वे व्यक्तित्व निर्माण, चरित्र निर्माण और राष्ट्र निर्माण के आधार होते हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षक केवल ज्ञान देने वाले नहीं होते, बल्कि वे विद्यार्थियों के चरित्र, व्यक्तित्व और दृष्टि को आकार देने वाले मार्गदर्शक होते हैं। तमाम चुनौतियों के बावजूद शिक्षक अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं, ताकि उनके शिष्य देश और दुनिया में नाम रोशन करें। उन्होंने महिला शिक्षकों की संवेदनशीलता और समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि वे परिवार और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों के साथ शिक्षा के पुनीत कार्य को भी निभाती हैं।
सहकारिता आंदोलन लाया सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन
बिरला ने कहा कि सहकारिता आंदोलन ने वैश्विक स्तर पर 175 से अधिक देशों में सामाजिक और आर्थिक बदलाव लाया है। भारत में सहकारी समितियों ने मजदूरों और किसानों को सस्ती दरों पर ऋण उपलब्ध कराकर उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन किए हैं। एक समय था जब किसान जीवनभर सूदखोरों के ऋण के बोझ तले दबा रहता था, लेकिन सहकारिता आंदोलन ने इस व्यवस्था को बदलकर आत्मनिर्भरता का मार्ग प्रशस्त किया है।
लोकसभा अध्यक्ष ने आह्वान किया कि सहकारी समितियों के माध्यम से शिक्षक न केवल अपने परिवारों का आर्थिक सशक्तिकरण करें, बल्कि समाज में भी व्यापक प्रभाव डालने के लिए संगठित प्रयास करें। उन्होंने कहा कि जिस दिन हर शिक्षक अपनी भूमिका को केवल सरकारी नौकरी न मानकर राष्ट्र सेवा का कार्य समझेगा, उस दिन भारत विश्वगुरु बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर होगा। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे कोटा-बूंदी के विद्यालयों को सर्वश्रेष्ठ विद्यालय बनाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ें और आने वाली पीढ़ी को ज्ञान, संस्कार और स्वाभिमान के साथ राष्ट्र निर्माण के लिए तैयार करें।
प्रज्ञा सागर महाराज का लिया आशीर्वाद
आज कोटा में परम पूज्य प्रज्ञा सागर जी महाराज के दीक्षा दिवस की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में पहुंचकर आशीर्वाद प्राप्त किया। गुरुदेव का तपस्वी जीवन संयम, त्याग और मानव कल्याण की प्रेरणा देता है। उनके दिव्य विचार जीवन को नई दिशा प्रदान करते हैं। भगवान महावीर स्वामी के अहिंसा, संयम और क्षमा के सिद्धांत आज भी दुनिया को शांति और सद्भाव का मार्ग दिखा रहे हैं। गुरुदेव के आशीर्वाद से हाड़ौती में पर्यावरण संरक्षण महाअभियान की प्रेरणा के साथ हम आने वाली पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुद्ध पर्यावरण के संकल्प को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
नव दंपतियों को दिया आशीर्वाद
स्पीकर बिरला सर्व कोली समाज के युवक-युवती परिचय सम्मेलन व भामाशाह सम्मान समारोह में सम्मिलित हुए। आदर्श महात्मा बुद्ध कोली उत्थान समिति द्वारा टीचर्स कॉलोनी में श्री राधा कृष्ण मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में बिरला ने कहा कि सामूहिक विवाह सम्मेलन सामाजिक समरसता, संसाधनों के संयमित उपयोग और समाजहित के भाव को प्रोत्साहित करने की एक अनूठी पहल है। इस पुनीत आयोजन में सहभागी हर व्यक्ति बधाई के पात्र हैं।